ओडिशा विधानसभा में गुरुवार को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने जानकारी दी कि राज्य में कुल 42 औद्योगिक प्रतिष्ठानों (सरकारी संस्थान सहित) पर मार्च तक 3,797.14 करोड़ रुपये का जल कर बकाया है।
भाजपा विधायक टंकधर त्रिपाठी के प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री ने बताया कि ये उद्योग महानदी, ब्राह्मणी, बैतरणी, इंद्रावती, कोलाब, ऋषिकुल्या और सुवर्णरेखा नदियों से जल उठाते हैं।
मुख्यमंत्री के अनुसार, कोलाब नदी से जल लेने वाले उद्योगों पर सबसे अधिक 1,509.28 करोड़ रुपये का बकाया है, जबकि महानदी से जल उठाने वाले उद्योगों पर 962.78 करोड़ रुपये की राशि शेष है।
इसी प्रकार, ब्राह्मणी नदी से जल लेने वाले उद्योगों पर 822.76 करोड़ रुपये, नागावली नदी से जल उठाने वाले उद्योगों पर 489.08 करोड़ रुपये का बकाया है। वहीं बैतरणी नदी से जल लेने वाले उद्योगों पर 1.31 करोड़ रुपये, इंद्रावती पर 9.35 करोड़ रुपये और ऋषिकुल्या नदी पर 2.56 करोड़ रुपये का जलकर बकाया है।
मुख्यमंत्री माझी ने आगे बताया कि सबसे अधिक बकाया 244.10 करोड़ रुपये भूषण पावर एंड स्टील लिमिटेड, संबलपुर पर है। वहीं बल्लारपुर इंडस्ट्रीज लिमिटेड पर 195.83 करोड़ रुपये का बकाया है।
इसी तरह, आधुनिक मेटालिक्स लिमिटेड, सुंदरगढ़ पर 186.65 करोड़ रुपये और भूषण स्टील एंड स्ट्रिप्स लिमिटेड, ढेंकानाल पर 185.05 करोड़ रुपये का जल कर बकाया है।