ओडिशा में पहले चरण के मतदान से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) पर हमला तेज कर दिया है। इस बार बीजेपी की फायरिंग लाइन में बीजेडी सुप्रीमो और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक आ गए हैं।
मंगलवार को बीजेपी नेता सज्जन शर्मा ने कथित भ्रष्टाचार, अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सीएम पर निशाना साधा है। भुवनेश्वर पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि सीएम ने अपनी स्वच्छ छवि का दावा करने के लिए अतीत में तीन कैबिनेट मंत्रियों को हटा दिया था, लेकिन उनके खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने 'नो पीसी' का स्पष्टीकरण भी दिया।
हम पूछना चाहते हैं कि क्या ओडिशा भ्रष्टाचार या पीसी (प्रतिशत संस्कृति) से मुक्त है। आज ओडिशा में जेई, तहसीलदार, आरआई रिश्वत लेते पकड़े जा रहे हैं, जिसकी खबरें मीडिया में आ रही हैं। केवल निचले स्तर के अधिकारी ही पकड़े जा रहे हैं जबकि बड़ी मछलियां छूट रही हैं। क्या सीएमओ शीर्ष अधिकारियों को बचा रहे हैं?
शर्मा के मुताबिक ओडिशा में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार चिटफंड घोटाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर बीजद का कोई नेता किसी अपराध में शामिल पाया जाता है तो पार्टी उसके बेटे/बेटी को टिकट दे रही है।
ओडिशा सरकार ने एक आयोग का गठन किया था और घोषणा की थी कि ठगे गए निवेशकों को पैसा वापस कर दिया जाएगा। हम पूछना चाहते हैं कि चिटफंड कंपनियों का कितना पैसा जब्त किया गया और क्या यह निवेशकों को वापस किया गया है।
शर्मा ने यह भी सवाल किया कि क्या सनसनीखेज इतिश्री, बेबिना या माधवीलता मामलों में न्याय दिया गया है।