जिंदल स्टील एंड पॉवर (जेएसपी) ने आने वाले वर्षों में ओडिशा में अतिरिक्त 70 हजार करोड़ रुपये निवेश करने की महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है, जो राज्य के सतत औद्योगिक विकास और सामुदायिक विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
यह घोषणा जिंदल स्टील एंड पॉवर के चेयरमैन नवीन जिंदल ने भुवनेश्वर में आयोजित उत्कर्ष ओडिशा कॉन्क्लेव-2025 के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की गरिमामयी उपस्थिति में की। इस कार्यक्रम में भारत के औद्योगिक विकास में ओडिशा की महत्वपूर्ण भूमिका और वैश्विक विकास केंद्र के रूप में इसके उभरने का जश्न मनाया गया।
जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा कि हमारा लक्ष्य ओडिशा को वैश्विक औद्योगिक नेता बनाना है, साथ ही इसके लोगों के जीवन की गुणवत्ता में लगातार सुधार करना है। यह अतिरिक्त 70 हजार करोड़ का निवेश न केवल औद्योगिक विकास को गति देगा, बल्कि ओडिशा में हजारों परिवारों के जीवन की गुणवत्ता को भी ऊपर उठाएगा, जो भारत की आत्मनिर्भरता की यात्रा में योगदान देगा। जिंदल ने कहा कि हम मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के सपने को पूरा करने के लिए केंदुझर जिले में एक स्टील प्लांट स्थापित करने की संभावनाओं की भी तलाश कर रहे हैं। उत्कर्ष ओडिशा कार्यक्रम ने भारत के आर्थिक विकास में ओडिशा के रणनीतिक महत्व को रेखांकित किया, जिसमें नेताओं ने सतत विकास को प्राप्त करने के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों के बीच सहयोग पर जोर दिया।
जेएसपी पहले से ही अंगुल में स्टील उत्पादन के लिए भारत का पहला कोयला गैसीकरण संयंत्र संचालित कर रहा है, जो टिकाऊ प्रथाओं का नेतृत्व कर रहा है और आयातित कोकिंग कोयले पर निर्भरता को कम कर रहा है। अपने औद्योगिक प्रयासों से परे जेएसपी ने ओडिशा के सामुदायिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पिछले एक दशक में, कंपनी ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कौशल विकास, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण आजीविका, खेल, कला और संस्कृति पर ध्यान केंद्रित करते हुए स्थायी सामाजिक पहलों में 900 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इन कार्यक्रमों ने पूरे राज्य में अनगिनत लोगों के जीवन को बदल दिया है।