भगवान जगन्नाथ और उनके भाई-बहनों के बनकलागी अनुष्ठान के लिए पुरी का जगन्नाथ मंदिर बुधवार को पांच घंटे बंद रहेगा।
इसके परिणामस्वरूप, भक्तों को कल शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक त्रिदेवों के दर्शन करने से रोक दिया जाएगा। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने इसकी सूचना दी है।
सूत्रों के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की बनकलगी नीति या श्रीमुख श्रृंगार बुधवार या गुरुवार को किया जाता है।
अनुष्ठान के तहत देवताओं की मूर्तियों पर ताजा रंग लगाया जाता है। बनक बनाने के लिए हिंगुला, हरिताला, कस्तूरी, केशर और कैंथ के गोंद जैसे प्राकृतिक रंगों का उपयोग किया जाता है।
परंपरा के अनुसार, दत्ता महापात्र सेवक और खादीप्रसाद दैतापति सेवक अनुष्ठान करते हैं।
बनक को 'कस्तूरी', 'हरिताल', 'कर्पुरा', 'केसर', 'कलाशंखा' और 'धालसंखा' का उपयोग करके तैयार किया जाता है। मंदिर का गर्भगृह या गर्भगृह बंद रहता है और इस अनुष्ठान के दौरान किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं होती है, जिसे दत्तमहापात्र सेवक करते हैं।