उग्रवादियों ने एक बार फिर अपनी दम तोड़ती साख को पुन: दर्शाने की जबरदस्त कोशिश की है। झारखंड के साईबासा के घनी आबादी वाले क्षेत्र चक्रधरपुर से सटे गोइलकेरा थाना क्षेत्र के कदमडीहा में मौजूद पंचायत भवन को आईईडी विस्फोट कर उसके परखच्चे उड़ा दिए। वहीं पंचायत भवन के दरवाजे पर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम नक्सलियों ने अपनी मांग रखी है। बता दें इन दिनों नक्सलियों पर पुलिस और सुरक्षा बलों की नकेल लगातार कसती जा रही है इससे बौखलाए उपद्रवियों ने लगातार ही छिटपुट घटनाओं को अंजाम देकर अपनी उपस्थिती दर्ज करा रहें है। पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा स्थित गोइलकेरा प्रखंड के कदमडीहा पंचायत भवन को नक्सलियों ने बीती रात एक्सप्लोशिव डिवाइस लगा कर उड़ा दिया। इससे पंचायत भवन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। इस घटना के बाद से पुलिस ने अपनी सक्रियता पंचायत में बढ़ा दी है।
भाकपा माओवादियों ने प्रतिरोध सप्ताह के दौरान इस घटना को अंजाम दिया है। नक्सलियों की तरफ से मुफस्सिल थाना के बरकेला गांव के निकट भी विस्फोट कर एक ग्रामीण पुलिया को उड़ा दिया है। नक्सलियों की घटना से आसपास के गांवों में भय का माहौल व्याप्त है। आज सुबह केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के कुईड़ा कैंप और सोनुआ थाने से भारी संख्या में पुलिस बल को घटना स्थल तक रवाना किया है। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों की घेराबंदी को लेकर चाईबासा के कई सुदूरवर्ती इलाकों में पुलिस की घेराबंदी चल रही है। इस दौरान कई बार पुलिस और नक्सलियों के बीच भीड़ंत भी हो चुकी है।
आइइडी विस्फोट की घटना में आधा दर्जन से अधिक पुलिस कर्मी अब तक घायल भी हुए हैं। मालूम हों कि गोइलकेरा पंचायत भवन को विस्पोटक से उड़ाने के बाद नक्सलियों ने 12 से 21 फरवरी तक राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस की घोषणा लिखकर सार्वजनिक की है, वहीं उन्होंने भाकपा माओवादी जिंदाबाद और पीएनजीईए जिंदाबाद के नारे भी लिखे हैं। बता दें उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का नाम लिखकर पूछा है कि माओवादियों को खदेड़ने के नाम पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा कोल्हान के आदिवासियों पर बर्बरता क्यों की जा रही है और कोल्हान के गांव और जंगलों में बमबारी क्यों की जा रही है मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जवाब दो।