पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अरुण षड़ंगी ने सोमवार को नुआपड़ा में आगामी चुनाव की तैयारियों और कानून व्यवस्था की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा चौकसी के साथ खुफिया नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने चुनाव के सुचारू और शांतिपूर्ण संचालन और कानून व्यवस्था बनाए रखने के उपायों और व्यवस्थाओं पर चर्चा की।
बैठक में एडीजी संजय कुमार, एडीजी (ऑपरेशंस) सुरेश देव दत्त सिंह, डीआइजी (एसआईडब्ल्यू) कंवर विशाल सिंह, कोरापुट एसडब्ल्यूआर चरण सिंह मीना, कलाहांडी एसपी अभिलाष जी और नुआपड़ा एसपी गुंडाला रेड्डी राघवेंद्र उपस्थित थे।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में माओवादी गतिविधियों पर भी चर्चा की, जिसकी सीमा नुआपड़ा और कलाहांडी से लगती है।
मीडिया से बात करते हुए डीजीपी ने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में जनशक्ति और सामग्री को हवाई मार्ग से ले जाने का प्रावधान है। कुछ बूथ सुनाबेड़ा अभयारण्य के अंदर हैं। पोल पार्टियों को वहां हवाई मार्ग से उतारा जाएगा।
हम सीमावर्ती क्षेत्रों में माओवादी आंदोलन पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे सभी सीमावर्ती जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। 2000 के बाद से ओडिशा और छत्तीसगढ़ में एक साथ चुनाव होते रहे हैं। लेकिन पहली बार छत्तीसगढ़ में समय से पहले चुनाव हो रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि इस अवधि के दौरान माओवादियों के ओडिशा में प्रवेश की संभावना को विफल करने के लिए दोनों राज्यों की पुलिस सीमावर्ती इलाकों में अभियान चला रही है।