राज्य की राजधानी को पूरी तरह से स्लम-फ्री बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए ओडिशा सरकार ने घोषणा की है कि वह अब योग्य स्लम में रहने वालों को सिर्फ ज़मीन नहीं, बल्कि असली घर देगी। इस पहल का मकसद भुवनेश्वर में अनौपचारिक बस्तियों में रहने वाले हजारों परिवारों के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक घर पक्का करना है।
हाउसिंग और शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र ने बताया कि सरकार ने राजधानी के शहरी नज़ारे को बदलने के लिए एक बड़ा प्लान तैयार किया है। इस पहल के तहत 14 लाख से 50 लाख के बीच कीमत वाले सस्ते घर लोगों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
महापात्र ने घोषणा की है कि एक पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर, सरकार पहले ही 90 दो-बेडरूम (2BHK) घर बना चुकी है, जो कम कीमत वाले घरों की बड़े पैमाने पर डिलीवरी की दिशा में पहला कदम है। उन्होंने आगे कहा कि ये घर पहले फेज़ में स्लम में रहने वालों को दिए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि हम ज़्यादा से ज़्यादा आम लोगों को घर देने का इंतज़ाम कर रहे हैं। हाउसिंग यूनिट्स के डिज़ाइन फ़ाइनल हो गए हैं और इसकी सफलता के आधार पर प्रोजेक्ट को और बढ़ाया जाएगा।
सरकार ज़मीन के टुकड़े देने के बजाय सीधे सस्ते घर बनाने और देने की योजना बना रही है, जिससे तेज़ और ज़्यादा प्लान्ड शहरी विकास पक्का हो सके।