ओडिशा सरकार जल्द ही शॉपिंग मॉल, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थानों पर समर्पित स्तनपान कक्ष स्थापित करेगी। यह घोषणा उपमुख्यमंत्री-सह-महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाति परिड़ा ने की है। इस पहल का उद्देश्य उन महिलाओं के लिए गोपनीयता और सम्मान सुनिश्चित करना है जिन्हें यात्रा करते समय या सार्वजनिक स्थानों पर अपने बच्चों को स्तनपान कराने की आवश्यकता होती है।
परिड़ा ने गुरुवार को संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि राज्य सरकार अगले दो से तीन महीनों के भीतर इन सुविधाओं को शुरू करने की योजना बना रही है। हम माताओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल बनाना चाहते हैं। महिलाओं को सार्वजनिक स्थानों पर अपने बच्चों को स्तनपान कराने में अब झिझक या असहजता महसूस नहीं होगी।
यह पहल सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के बाद शुरू की गई है। इस साल मार्च में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से केंद्र सरकार द्वारा जारी एक सलाह को लागू करने का आग्रह किया था। सर्वोच्च न्यायालय ने इस बात पर जोर दिया कि सार्वजनिक स्थानों और कार्यस्थलों पर स्तनपान को कलंकित नहीं किया जाना चाहिए और अधिकारियों को माताओं के लिए उचित सुविधाएं प्रदान करने का निर्देश दिया।
स्तनपान के अनुकूल बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के अलावा, ओडिशा सरकार किशोरियों में मासिक धर्म स्वच्छता में सुधार के प्रयासों को भी बढ़ा रही है। परिड़ा ने बताया कि राज्य भर के स्कूलों को अपने परिसर में सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन लगाने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने राज्य द्वारा प्रोत्साहित की जा रही एक सामाजिक पहल पर भी प्रकाश डाला। जिसमें शादियों में सैनिटरी पैड उपहार में देना शामिल है। उन्होंने कहा कि हम शादी के तोहफे के रूप में सैनिटरी पैड देने के विचार को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे उनके उपयोग को सामान्य बनाने और सामाजिक वर्जनाओं को तोड़ने में मदद मिलेगी।
परिड़ा ने बताया कि सैनिटरी पैड अब राज्य भर के सभी जन औषधि स्टोरों पर 1 रुपये की रियायती कीमत पर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पहले, कई ग्रामीण महिलाएं सैनिटरी नैपकिन के उपयोग से अनजान थीं। जब परिवार किसी भी नियमित किराने की वस्तु की तरह उन्हें खरीदना शुरू करेंगे तभी यह कलंक वास्तव में खत्म होगा।