कमिश्नरेट पुलिस ने शहीद नगर इलाके में 17 साल की लड़की के साथ हुए कथित गैंग रेप के मामले को "रेड फ्लैग" प्रायोरिटी केस घोषित करते हुए जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंप दिया है। क्राइम ब्रांच के डीजी सीधे तौर पर जांच की निगरानी करेंगे।
बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़की को डेटा एंट्री की नौकरी का लालच देकर उसके गांव से भुवनेश्वर लाया गया था। भुवनेश्वर पहुंचने पर उसे शहीद नगर के एक किराए के फ्लैट में ले जाया गया, जहां 18 दिसंबर की दोपहर करीब 2 बजे दो लोगों ने कथित तौर पर उसके साथ यौन उत्पीड़न किया। उसी दिन बाद में वहां से भाग निकलने के बाद, पीड़िता 19 दिसंबर की शाम को शहीद नगर पुलिस स्टेशन पहुंची और शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने गैंग रेप के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 70(2) और POCSO एक्ट की धारा 6 सहित संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया। दोनों मुख्य संदिग्धों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया और कोर्ट में पेश किया गया।
फॉरेंसिक विशेषज्ञों और क्राइम सीन यूनिट ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच को मजबूत करने के लिए अहम सबूत इकट्ठा किए। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस जगमोहन मीणा ने जोर देकर कहा कि "रेड फ्लैग" स्टेटस से कड़ी निगरानी और तेजी से प्रगति सुनिश्चित होगी। यह वर्गीकरण सीनियर-लेवल की निगरानी और तेज प्रक्रियाओं की गारंटी देता है।
यह घटना 10 दिसंबर को धौली के पास एक नाबालिग लड़की के साथ हुए एक और गैंग रेप की घटना के ठीक बाद हुई है। उस मामले की भी जांच चल रही है।