पश्चिम बंगाल विधानसभा का शीतकालीन सत्र अगले महीने में होने की संभावना है। इससे पहले विधानसभा में सुरक्षा बढ़ाने की योजना है। पुलिस यहां स्वचालित गेट लगायेगी। सीएम ममता बनर्जी, मंत्री एवं विधायक जिन दो गेटों से विधानसभा में प्रवेश करते हैं उन उत्तर और दक्षिण वाले गेटों पर स्वचालित गेट लगाये जा सकते हैं। आरएफआईडी युक्त बूम बैरियर गेट लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री, मंत्री और विधायक मुख्य रूप से इन्हीं दो द्वारों से प्रवेश करते हैं। इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से इन दोनों प्रवेश द्वारों को सबसे अधिक महत्व दिया गया है। लालबाजार सूत्रों के मुताबिक स्वचालित प्रणाली केवल अधिकृत वाहनों (आरएफआईडी टैग वाले) को विधानसभा परिसर में प्रवेश करने की अनुमति देती है। लालबाजार सूत्रों के मुताबिक विधानसभा की सुरक्षा को लेकर कोलकाता पुलिस के शीर्ष अधिकारियों की बैठक हुई जिसमें आरएफआईडी युक्त बूम बैरियर गेट लगाने पर चर्चा की गयी। विधानसभा सचिवालय के अनुसार, आरएफआईडी-आधारित बूम बैरियर की शुरुआत से बाहरी लोगों के प्रवेश को नियंत्रित करना और सुरक्षा मजबूत करना बहुत आसान हो जाएगा। वर्तमान में विधानसभा में बूम बैरियर गेट हैं लेकिन अब बार कोड वाले आरएफआईडी-आधारित बूम बैरियर होंगे। यह लगने के बाद स्टिकर लगी जितनी गाड़ियां हैं उन्हें बार कोड दिया जायेगा। 
 पुलिस के मुताबिक, कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि विधानसभा के सुरक्षा गार्डों की आपत्ति के बावजूद कुछ गाड़ियां विधानसभा में प्रवेश कर रही हैं। इसलिए उस स्थिति से बचने के लिए कोलकाता पुलिस इस प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली को शुरू करने जा रही है। कोरोना संक्रमण काल के बाद से ही विधानसभा के गेट से प्रवेश के नियम बदल गए हैं। सुरक्षा में थोड़ा अंतर था। सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है। 
विधानसभा सूत्रों के मुताबिक चर्चा है कि अगले महीने विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो सकता है। 20 या 21 नवंबर से शुरू होने की संभावना है। हालांकि अभी अधिकारिक रूप से इस बारे में नहीं कहा गया है।