आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) जैसी विघटनकारी तकनीक में अभूतपूर्व इस्तेमाल ने मानव मन में आशा और भय दोनों पैदा किया है। लेकिन समय की मांग है कि भावी कार्यबल को ऐसी नई चुनौतियों को अपनाने के लिए तैयार किया जाए। प्रो. (डॉ.) टीजी अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष सीतारम ने शनिवार को 'सोआ प्रॉक्सिमा-2024' को संबोधित करते हुए यह बातें कही। यहां शिक्षा ओ अनुसंधान डीम्ड यूनिवर्सिटी (एसओए) में दो दिवसीय एचआर कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हर बार जब हमने नई तकनीक का सामना किया है, तो इसने मानव मन में कुछ डर पैदा कर दिया है, लेकिन हमने इसके साथ अनुकूलन करना सीख लिया है और एआई चुनौती का सामना करने के लिए हमें ऐसा करना चाहिए।
आज जो प्रश्न पूछे जा रहे हैं वे हैं: क्या सचमुच मनुष्यों का स्थान एआई ले लेगा? या फिर बड़े पैमाने पर नौकरियां जाएंगी? क्या मशीनें सुपर-बुद्धिमान हो जाएंगी और क्या इंसान अंततः नियंत्रण खो देंगे?' उन्होंने कॉन्क्लेव में कहा कि देश भर के लगभग 100 उद्योगों के मानव संसाधन पेशेवर और विश्वविद्यालय के छात्र भाग ले रहे हैं। ये सवाल चिंताजनक हैं और इन्हें विविध राय और विचार प्रक्रियाओं के साथ संबोधित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह इंसान ही हैं जिन्होंने अपने काम को आसान बनाने के लिए इन तकनीकों का निर्माण किया है और खुद को संकट में डाल लिया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करने वाले सोआ के कुलपति प्रो. प्रदीप्त कुमार नंद ने कहा कि डीम्ड विश्वविद्यालय संस्थानों को उद्योग से जोड़ने के लिए कदम उठा रहा है जैसा कि नई शिक्षा नीति (एनईपी) में जोर दिया गया है। सोआ कई उद्योगों से जुड़ गया है और करके सीखने की अवधारणा को बढ़ावा दे रहा है।
कॉन्क्लेव के उद्घाटन सत्र को टाटा इंटरनेशनल के पूर्व प्रबंध निदेशक डॉ. संदीपन चक्रवर्ती ने संबोधित किया, जिन्होंने छात्रों से कहा कि वे जल्द ही एक पूरी तरह से नई दुनिया का सामना करेंगे और नई स्थिति के अनुकूल खुद को बदलने की जरूरत होगी। महत्वपूर्ण यह है कि आप कैसा प्रदर्शन करते हैं और जरूरत है सीखते रहने और खुद को अपडेट करते रहने की।"
उद्घाटन सत्र को भुवनेश्वर में कॉग्निजेंट के केंद्र प्रमुख श्री सतीश कुमार प्रधान, डीन (छात्र कल्याण) प्रोफेसर ज्योति रंजन दास, कॉर्पोरेट रिलेशंस और इंडस्ट्री एंगेजमेंट के निदेशक श्री रिप्ती रंजन दाश और प्रोफेसर रेनू शर्मा ने भी संबोधित किया।
समापन सत्र को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एचआर अध्यक्ष बिजय साहू ने संबोधित किया, जिन्होंने चैट जीपीटी की उपयोगिता पर प्रकाश डाला जो एक हालिया नवाचार है। उन्होंने कहा कि यह दो साल पहले नहीं था और यह हम सभी के सामने हुआ था। जो कुछ भी मैं नहीं जानता, मैं उसके उत्तर के लिए चैट जीपीटी की ओर रुख करता हूं।