राजनगर वन प्रभाग ने बताया कि केंद्रापड़ा जिले में स्थित भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान आज से वार्षिक मगरमच्छों की गणना के लिए नौ दिनों तक बंद रहेगा। यह गणना 14 जनवरी से 22 जनवरी तक होगी। इस दौरान राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए पूरी तरह से बंद रहेगा।
प्रारंभिक उपाय के तौर पर आज से नाव सेवाएं निलंबित रहेंगी, ताकि जल निकायों का जलस्तर स्थिर हो सके। इसके बाद भितरकनिका और उसके आस-पास के इलाकों में नदियों और खाड़ियों में मगरमच्छों की गणना की जाएगी।
इस बीच, अधिकारियों ने लोगों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील क्षेत्र के बारे में जागरूक करने के लिए मगरमच्छ संरक्षण और जागरूकता कार्यक्रम की भी योजना बनाई है।
भीतरकनिका डीएफओ सुदर्शन गोपीनाथ यादव ने कहा कि 14 से 22 जनवरी तक भीतरकनिका बंद रहेगा, जबकि 19 से 21 जनवरी तक गिनती होगी। अंतराल के दिनों में नदियों में पानी स्थिर हो जाएगा और मगरमच्छ अपने प्राकृतिक आवास में शांत रहेंगे। प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक पूरा करने के लिए, सरीसृप विज्ञानी और वन्यजीव शोधकर्ता, डॉ. सुधाकर कर गिनती प्रक्रिया के दौरान वन अधिकारियों का नेतृत्व करेंगे।
इसके अतिरिक्त, कनिका, राजनगर, महाकालपड़ा और गहिरमथा की चार श्रेणियों में जनगणना की जाएगी। इसके अलावा देशी नाव का उपयोग कर सुबह और शाम के समय गिनती की जाएगी। संयोग से, पिछले साल की जनगणना में, भीतरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में 1,811 खारे पानी के मगरमच्छ दर्ज किए गए थे, जो 2023 में दर्ज किए गए 1,793 से मामूली वृद्धि को दर्शाता है।