स्वच्छता नियमों के उल्लंघन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने मंगलवार तड़के एक विशेष स्वच्छता अभियान चलाया। इस दौरान मेयर सुलोचना दास ने यूनिट–4 मछली बाजार और आसपास के इलाकों में निरीक्षण कर कई प्रतिष्ठानों पर लाखों रुपये का जुर्माना लगाया।
यह जुर्माना अस्वच्छता, गंदगी फैलाने और अवैध रूप से कचरा डंप करने जैसी शिकायतों को रोकने के उद्देश्य से किए गए जमीनी निरीक्षण के दौरान लगाया गया। ‘स्वाद सदन प्रीमियम रेस्टोरेंट’ और ‘भाइना होटल’ पर क्षेत्र में स्वच्छता मानकों का उल्लंघन करने के आरोप में 1-1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
इसी तरह, ‘यूनिटेक ऑटो वर्कशॉप’ और ‘रिलायंस फ्रेश’ के एक आउटलेट पर अपने प्रतिष्ठानों के पीछे कचरा फेंकने के लिए 1-1 लाख रुपये का जुर्माना ठोका गया। इसके अलावा, ‘गोल इंस्टीट्यूट’ (एक शैक्षणिक संस्थान) और एसी रेस्टोरेंट ‘चाइना गार्डन’ पर भी साफ-सफाई बनाए रखने में विफल रहने के कारण 1-1 लाख रुपये का दंड लगाया गया।
बीएमसी मेयर सुलोचना दास ने कहा कि सार्वजनिक स्वच्छता से समझौता करने वाले किसी भी प्रतिष्ठान के खिलाफ सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्वच्छता बनाए रखना सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है और नियम तोड़ने वालों को कड़े दंड का सामना करना पड़ेगा।
मीडिया से बातचीत में मेयर ने कहा कि कुछ प्रतिष्ठानों ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रखा है और नालियों में गंदा पानी छोड़ रहे हैं। वे नगर निगम को कचरा सौंपने के बजाय अपने प्रतिष्ठानों के पास ही कूड़ा फेंक रहे हैं। कंजरवेंसी लेन पूरी तरह अवरुद्ध हो चुकी है। होटल और मोटर गैराज से बचे हुए खाने और गंदे पानी को आसपास के इलाकों में छोड़ा जा रहा है। आज हमने इस क्षेत्र में सामूहिक सफाई अभियान चलाया।
मेयर दास ने इलाके के एक बीएमसी पार्क में फेंकी गई खाली शराब की बोतलों को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि निवासियों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक होना चाहिए।
गौरतलब है कि राज्य की राजधानी भुवनेश्वर के कलिंग विहार (के-6) इलाके के निवासियों ने 21 नवंबर को सड़क किनारे लगातार कचरा डंप किए जाने को लेकर गंभीर चिंता जताई थी। स्थानीय लोगों का आरोप था कि बदबू और अस्वच्छ हालात के कारण रोजमर्रा की जिंदगी मुश्किल हो गई है।
स्थानीय निवासियों ने यह भी दावा किया था कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद बीएमसी कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही थी। इसी कथित लापरवाही के विरोध में लोगों ने सड़कों पर उतरकर नगर निगम के खिलाफ नाराजगी जताई थी।