ओडिशा की ओर बढ़ रहे भीषण चक्रवाती तूफान दाना के मद्देनजर, राज्य के संवेदनशील भागों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 5500 से अधिक चक्रवाती राहत केंद्र तैयार किए गए हैं, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक से पहले चक्रवात की तैयारियों के बारे में मीडिया से बात करते हुए पुजारी ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्र के लोगों से आज शाम तक निकटतम चक्रवात राहत केंद्रों पर पहुंचने का आग्रह किया गया है। चक्रवात दाना के मद्देनजर स्थायी और अस्थायी केंद्रों सहित 5500 से अधिक राहत केंद्रों को सभी सुविधाओं के साथ तैयार किया गया है।
पुजारी ने कहा कि पका हुआ भोजन से लेकर दवा और बच्चों के भोजन तक की व्यवस्था की गई है। अगर लोगों को चक्रवात आश्रयों में स्थानांतरित होने के बाद चोरी की आशंका है, तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि गांवों में पुलिस बल तैनात किया जाएगा। ओडिशा पर भीषण चक्रवाती तूफान के प्रभाव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात दाना से 13 जिले प्रभावित होने की संभावना है और हमने उसी के अनुसार तैयारी की है। "आज सुबह की गई नवीनतम भविष्यवाणी के अनुसार, बालेश्वर और भद्रक के सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है। मैं लोगों से आग्रह करूंगा कि वे जोखिम न लें और चक्रवात केंद्रों पर चले जाएं क्योंकि जीवन अधिक कीमती है।
इससे पहले भारतीय मौसम विज्ञान विभाग बताया है कि चक्रवात दाना के भीतरकनिका और धामरा के बीच कहीं लैंड होने की संभावना है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि चक्रवात दाना का अधिकतम प्रभाव 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह होने की संभावना है।