ओडिशा के उपमुख्यमंत्री व कृषि एवं किसान सशक्तिकरण तथा ऊर्जा मंत्री कनक वर्धन सिंहदेव ने राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस 2025 के अवसर पर भुवनेश्वर स्थित लोकसेवा भवन में आयोजित भव्य समारोह में शिरकत की। इस कार्यक्रम में ऊर्जा संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया गया और ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित किया गया। समारोह की शुरुआत उपमुख्यमंत्री द्वारा ऊर्जा संरक्षण जन-जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर की गई। इस अवसर पर ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव विशाल कुमार देव तथा ईआईसी (इलेक्ट्रिकल)-सह-पीसीईआई ओडिशा मनोज कुमार त्रिपाठी भी मौजूद रहे। छात्रों, शिक्षकों और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की भागीदारी वाली यह रैली कलिंगा स्टेडियम के गेट नंबर-3 से शुरू होकर लोकसेवा भवन में समाप्त हुई।
इस अवसर पर अपने संबोधन में उपमुख्यमंत्री सिंहदेव ने ऊर्जा संरक्षण को राष्ट्रीय कर्तव्य के रूप में अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने हर घर में अर्थिंग सुनिश्चित करने और ऊर्जा हानि को कम करने के लिए स्मार्ट मीटर लागू करने के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने जलवायु अनुकूलन और सतत विकास से जुड़ी राष्ट्रीय पहलों के अनुरूप ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की ओडिशा सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
अन्य गणमान्य अतिथियों में वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पर्यावरण अध्ययन केंद्र के निदेशक डॉ. के. मुरुगेशन शामिल रहे, जिन्होंने शिक्षकों से छात्रों में ऊर्जा संरक्षण को लेकर नवाचारी सोच और नए विचारों को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया। वहीं सीपीआरआई के पूर्व महानिदेशक एके त्रिपाठी ने ग्रिड स्थिरता के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया।
उपमुख्यमंत्री ने ओडिशा राज्य ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (OSECA) के विजेताओं को विभिन्न श्रेणियों-जैसे सीपीपी/आईपीपी, स्टील एवं पावर, एमएसएमई और शैक्षणिक संस्थान- में सम्मानित किया। इसके अलावा एक राज्य स्तरीय क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें ओडिशा भर से 2.5 लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का समापन मुख्य अभियंता अशोक कुमार दास द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों और प्रतिभागियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।