छत्तीसगढ़ में राइस मिलर्स की लंबित मांगों पर सहमति बनने के बाद मिलर्स ने धान उठाव का काम शुरू कर दिया है। दुर्ग के मिलर्स ने जिले के 102 खरीदी केंद्रों से धान का उठाव शुरू कर दिया है। जिससे शासन प्रशासन ने राहत की सांस ली है। दुर्ग कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने बताया कि मिलर्स का बकाया नीतिगत निर्णय है। इसे शासन की तरफ से लेना है। इसमें सरकार और मिलर्स की बातचीत के बाद समस्या का हल निकाल लिया गया है। जिसके बाद अब मिलर्स ने पंजीयन कर खरीदी केंद्रों से धान का उठाव शुरू कर दिया है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ मिलर्स एसोसिएशन कस्टम मिलिंग और बकाया राशि को लेकर हड़ताल पर चल रहा था। जिससे खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं हो पाया था। बीते 1 दिसंबर को लघु उद्योग भारती और भारतीय किसान संघ के साथ राइस मिलर एसोसिएशन की मीटिंग हुई। जिसमें बकाया राशि जल्द जारी करने को लेकर सरकार की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद मिलर्स ने अपनी हड़ताल खत्म कर दी। जिसके बाद अब खरीदी केंद्रों से धान का परिवहन शुरू हो गया है।
छत्तीसगढ़ में 14 नवंबर से धान खरीदी चल रही है। 3100 रुपये के हिसाब से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी किसानों से की जा रही है। दुर्ग जिले में धान खरीदी के लिए 102 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। 31 जनवरी तक धान खरीदी चलेगी।