ओडिशा ने पिछले दो सालों में जनवरी 2025 तक वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में शामिल साइबर जालसाजों से 3.5 करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की है। सोमवार को राज्य विधानसभा में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने यह जानकारी दी।
एक लिखित बयान में माझी ने कहा कि 2023 में 1,362 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए। गिरफ्तार किए गए लोगों में 155 पुरुष और 8 महिलाएं शामिल हैं। चोरी की गई कुल राशि 47.76 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 1.53 करोड़ रुपये बरामद किए गए और 2.28 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए।
इसी तरह, 2024 में मामलों की संख्या बढ़कर 1,553 हो गई। 189 पुरुष और 2 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। चोरी की गई राशि 153.16 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 1.99 करोड़ रुपये बरामद किए गए और 8.53 करोड़ रुपये फ्रीज किए गए। जनवरी 2025 तक 115 साइबर अपराध के मामले दर्ज किए गए, जिनमें 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
आठगढ़ बीजेडी विधायक रणेंद्र प्रताप स्वाईं के एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री के बयान के अनुसार, चोरी की गई राशि 20.75 करोड़ रुपये थी, जिसमें से 30,600 रुपये बरामद किए गए और 59.61 लाख रुपये फ्रीज कर दिए गए। मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि ओडिशा में वित्तीय धोखाधड़ी से संबंधित साइबर मामलों में 2023 की तुलना में 2024 में 14.02% की वृद्धि हुई है।
इसी तरह, सीएम माझी ने 2023, 2024 और 2025 (31 जनवरी, 2025 तक) के लिए साइबर हेल्पलाइन 1930 पर प्राप्त वित्तीय धोखाधड़ी की कुल शिकायतों पर एक बयान साझा किया।
इस संबंध में माझी ने बताया कि 1930 साइबर हेल्पलाइन पर प्राप्त वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायतों की संख्या 2023 की तुलना में 2024 में 129.8 प्रतिशत बढ़ गई है।
इसके अलावा, सीएम ने 2023, 2024 और 2025 (31 जनवरी, 2025 तक) के लिए एनसीआरपी (1930 सहित राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल) के माध्यम से प्राप्त वित्तीय धोखाधड़ी की कुल शिकायतों की संख्या के बारे में जानकारी साझा की। 2024 में प्राप्त शिकायतों में 2023 की तुलना में 142 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।