कलिंग नगर स्थित शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी (सोआ) के चिकित्सा विज्ञान संकाय, चिकित्सा विज्ञान संस्थान और सम अस्पताल को भारतीय पुनर्जीवन परिषद (आईआरसी) द्वारा डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के लिए बेसिक कार्डियक लाइफ सपोर्ट (BCLS) और कॉम्प्रिहेंसिव कार्डियक लाइफ सपोर्ट (CCLS) प्रशिक्षण के लिए क्षेत्रीय केंद्र के रूप में चुना गया है।
चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) पुष्पराज सामंतसिंहर ने कहा कि आईएमएस और सम अस्पताल ओडिशा में डॉक्टरों के लिए बीसीएलएस और सीसीएलएस प्रशिक्षण के लिए चुने जाने वाले पहले संस्थान बन गए हैं।
अस्पताल ने 23 और 24 मार्च को बीसीएलएस और सीसीएलएस पर दो दिवसीय आईआरसी-स्वीकृत कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
आईआरसी के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) एस चक्र राव, वेंकटेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, तिरुपति में एनेस्थीसिया और क्रिटिकल केयर मेडिसिन के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) आलोक सामंतराय और एसवी मेडिकल कॉलेज, तिरुपति में एनेस्थिसियोलॉजी के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) श्रीनिवास राव कार्यशाला के बाहरी संकाय थे। कार्यशाला में आईएमएस के संकायों और स्नातकोत्तर छात्रों सहित 45 डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया गया, जिसका उद्देश्य प्रशिक्षकों (टीओटी) को हृदय संबंधी आपात स्थितियों और जीवन के लिए खतरा पैदा करने वाली स्थितियों का प्रबंधन करने के लिए उन्नत कौशल के साथ प्रशिक्षित करना था।
कार्यशाला का समापन समारोह 24 मार्च को आयोजित किया गया, जिसमें आईएमएस और एसयूएम अस्पताल के डीन प्रो. (डॉ.) संघमित्रा मिश्रा और चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) सामंतसिंहर ने भाग लिया। कार्यशाला का आयोजन आपातकालीन चिकित्सा विभाग द्वारा विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) सुखदेव नायक की देखरेख में किया गया तथा इसका समन्वयन अतिरिक्त डीन (अकादमिक) प्रोफेसर (डॉ.) प्रकाश कुमार साहू ने किया। प्रोफेसर (डॉ.) नायक और प्रोफेसर (डॉ.) साहू ने आईआरसी प्रतिनिधियों के साथ 24 मार्च को राजभवन में ओडिशा के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कंभमपति से मुलाकात की तथा आम जनता के बीच बुनियादी और व्यापक हृदय जीवन समर्थन प्रशिक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर उनसे चर्चा की।