भारी बारिश और ऊपरी बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण ओडिशा के बालेश्वर और भद्रक जिलों में सुवर्णरेखा तथा वैतरणी नदियों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
झारखंड के गालूडीह बैराज से 5,000 क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद, राजघाट में सुवर्णरेखा नदी का जलस्तर खतरे के निशान 10.36 मीटर को पार कर सुबह 8 बजे 10.62 मीटर तक पहुंच गया। इसके कारण बालेश्वर जिले के चौधरीकुडा गांव सहित कई इलाकों में बाढ़ आ गई है और बस्ता, बलियापला तता भोगराई इलाके भी प्रभावित हुए हैं।
जिला प्रशासन स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहा है। बालेश्वर जिला कलेक्टर ने प्रखंड विकास अधिकारियों और तहसीलदारों को ज़रूरत पड़ने पर लोगों को निकालने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। सबसे ज़्यादा प्रभावित इलाकों में सहायता पहुंचाने के लिए राहत दल तैनात कर दिए गए हैं।
इसी तरह, भद्रक जिले में, वैतरणी नदी का जलस्तर अखुआपड़ा में खतरे के निशान को पार कर गया है, जो 18.33 मीटर के खतरे के संकेत के मुकाबले 18.50 मीटर तक पहुंच गया है। हालांकि जिला प्रशासन ने अभी तक गंभीर बाढ़ की स्थिति की सूचना नहीं दी है, फिर भी उन्होंने एक तैयारी बैठक की है और पुलिस अधिकारियों को सतर्क रहने का आदेश दिया है।
प्रशासन आवश्यक आपूर्ति और स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था की तैयारी सुनिश्चित करने सहित एहतियाती कदम उठा रहा है।