भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को पुरी के साक्षीगोपाल स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ की शुरुआत की।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने किया। इस दौरान उन्होंने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौधे भी लगाए।
आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार अगले 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य देश भर के लगभग 1.5 करोड़ किसानों से सीधे जुड़ना और उन्हें आधुनिक कृषि तकनीकों और प्रौद्योगिकियों के बारे में शिक्षित करना है।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि आज से 12 जून तक चलने वाला विकसित कृषि संकल्प अभियान आधुनिक तकनीक और नई बीज किस्मों के बारे में किसानों में जागरूकता पैदा करने के लिए भारत सरकार की एक अभूतपूर्व पहल है। इस अभियान के माध्यम से सरकार भारत के 700 जिलों के लगभग 1.5 करोड़ किसानों तक पहुंचेगी और उन्हें नई कृषि तकनीकों के अनुप्रयोग के बारे में जानकारी देगी।
वहीं, इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओडिशा ने पूरे देश के लिए एक मिसाल कायम की है। समृद्ध कृषक योजना के माध्यम से सरकार किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीद रही है, जो न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से 800 रुपये अधिक है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि किसानों की आय में वृद्धि देश की समृद्धि में योगदान देती है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सुभद्रा जैसी योजनाओं से राज्य की कई महिलाओं को लाभ हुआ है। ओडिशा महिला सशक्तिकरण और कृषि अवसंरचना विकास में एक वैश्विक मॉडल बन रहा है।
उपमुख्यमंत्री और कृषि एवं किसान सशक्तिकरण मंत्री कनक वर्धन सिंह देव ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान किसानों को यांत्रिक रूप से सशक्त बनाने का एक अनूठा मंच है। ओडिशा से शुरू होने वाला यह अभियान सुनिश्चित करेगा कि इसका लाभ राज्य के किसानों तक पहुंचे।
इस कार्यक्रम में पिपिली विधायक आश्रित पटनायक, सत्यावादी विधायक ओम प्रकाश मिश्रा, ब्रह्मगिरी विधायक उपासना महापात्र, कृषि एवं किसान सशक्तिकरण विभाग के प्रधान सचिव डॉ. अरविंद कुमार पाढ़ी और ओयूएटी के कुलपति प्रोफेसर प्रभात कुमार राउल समेत कई गणमान्य शामिल हुए।