जमशेदपुर कोर्ट परिसर में बने पार्क को तोड़ दिया गया। यह पार्क विधायक सरयू राय के फंड से बनाया गया था। अधिवक्ताओं ने इस तोड़फोड़ का विरोध किया है। अधिवक्ताओं का कहना है कि जनता के पैसे से यह पार्क बनाया गया था। दो महीने पहले ही उसका उद्घाटन हुआ था। पार्क तोड़ देने से जनता के पैसे का नुकसान हुआ है। अधिवक्ताओं का कहना है कि बुधवार को छुट्टी थी। छुट्टी का फायदा उठा कर पार्क तोड़ा गया। हंगामा होता देख प्रधान न्यायाधीश मौके पर पहुंचे और अधिवक्ताओं को समझाया। जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष लाला अजीत कुमार अबष्ट ने अपनी बात रखी और कहा कि पहले इस पार्क को बनवाया जाए। इसके बाद आगे की बात की जाएगी। लॉयर्स डिफेंस के अधिवक्ता अक्षय कुमार झा ने बताया कि फिलहाल पार्क को दोबारा बनाने का निर्णय हुआ है। पार्क को दोबारा ठीक किया जाएगा। इसके बाद अधिवक्ताओं की एक आम मीटिंग होगी। इस मीटिंग में ही तय किया जाएगा कि पार्क ई कोर्ट कहां बना है।
गौरतलब है कि जमशेदपुर कोर्ट परिसर में एक ही कोर्ट का निर्माण होना है। ई कोर्ट के लिए पार्क की ही जमीन चिन्हित कर ली गई। इसका अधिवक्ता विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पार्क में अधिवक्ताओं और वकीलों के बैठने की जगह है। इसीलिए पार्क बनाया गया था। पार्क से जमशेदपुर कोर्ट का पर्यावरण भी बेहतर बनता है। इसलिए ई कोर्ट और कहीं बनाया जाए।