झारखंड में नशे के सौदागरों के खिलाफ जोरदार कार्रवाई की जा रही है। ब्राउन शुगर और अन्य मादक पदार्थों की बरामदगी का आंकड़ा मात्र पांच दिनों में ही करोड़ पार कर गया है। इसमें सबसे सराहनीय कार्य चतरा पुलिस के द्वारा किया गया है। नए पुलिस कप्तान के आने के बाद एक बड़े ड्रग्स कार्टेल को ध्वस्त किया गया है। झारखंड में नौजवानों को नशे से दूर करने के लिए 10 जून से व्यापक अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत, पुलिस अधिकारी शहर के चौक चौराहे से लेकर स्कूल और कॉलेज तक पहुंच रहे हैं। बच्चों को नशे से कैसे दूर रहना है और नशा उनके जीवन को कैसे बर्बाद करता है यह बता रहे हैं। इस जागरुकता अभियान के बीच पुलिस ने ड्रग्स कार्टेल के खिलाफ भी बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है।
राजधानी रांची में डीआईजी सह एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा, चतरा एसपी सुमित अग्रवाल, हजारीबाग एसपी अंजनी अंजन और लोहरदगा एसपी सादिक अली रिजवी नेनशे के तस्करों के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी है। नशे के तस्करों पर सबसे ज्यादा दबिश मात्र 5 दिनों के भीतर चतरा एसपी सुमित अग्रवाल ने दी है। 11 और 12 जून को चतरा एसपी सुमित अग्रवाल ने चतरा में बेहद संगठित तरीके से चलाए जा रहे ड्रग्स कार्टेल पर करार हमला किया। चतरा के पत्थलगड्डा थाना क्षेत्र में रेड कर 3.821 केजी अवैध ब्राउन शुगर, 2.784 केजी अवैध अफीम, 1.019 केजी सफेद पाउडर के साथ नगद पैसे बरामद की है। बरामद ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 10 करोड़ रुपए से ज्यादा है। इस कारवाई में एक महिला के साथ चार ड्रग्स पैडलर भी गिरफ्तार किए गए हैं।
वही 12 जून को भी चतरा एसपी ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग पांच करोड़ रुपये का ब्राउन शुगर बरामद किया है। इसके साथ ही साथ भारी नगद भी बरामद किया है। हाल के दिनों में चतरा पुलिस की ड्रग्स कार्टेल के खिलाफ यह सबसे बड़ी कारवाई मानी जा रही है। चतरा एसपी सुमित अग्रवाल ने बताया कि ड्रग्स कार्टेल को नेस्तनाबूद करना उनका मुख्य उद्देश्य है।