गोमो रेलनगरी में शनिवार की सुबह खुदरा सब्जी विक्रेताओं ने दुकान नहीं लगाने देने पर जमकर बवाल काटा। जिसके कारण वहां काफी देर तक गहमा गहमी की स्थिति बनी रही। दुकानदारों का एक स्वर में कहना था कि गोमो रेल आरपीएफ द्वारा हमलोगों को सब्जी की दुकानें लगाने नहीं दिया जा रहा है ऐसे में हमलोग आखिर जायें तो जायें कहा। दुकानदारों का कहना है कि हमलोगों को हर जगह से हटाया जा रहा है। पहले हमलोग लोको शेड के सड़क पर दुकान लगाते थे लेकिन हमलोगों को वहां से भी हटा दिया गया। उसके बाद हमलोग रेलवे मैदान किनारे सड़क पर दुकानें लगाने लगे जिसपर हमलोगों को रेलवे मैदान में सब्जी और फल की दुकानें लगाने के लिए कहा गया। जिसके बाद हमलोग मैदान में दुकान को लगाने लगें लेकिन आरपीएफ द्वारा हमलोगों को अब यहां से भी हटाने का आदेश दे दिया गया है।
वहीं आरपीएफ ने साफ तौर पर कहा कि रेलवे की एक इंच जमीन पर भी दुकानें लगनी नहीं चाहिए। दुकानदारों ने कहा कि शुक्रवार की शाम आरपीएफ इंस्पेक्टर द्वारा हिटलरशाही रवैया अपनाते हुए हमलोगों को दुकान हटाने की बात कही और हमलोगों को काफी भद्दी भद्दी गालियां दी गई। यहां तक की उन्होंने सब्जी बेचने आई महिलाएं तक को भी नहीं बख्शा उन्होंने उन लोगों को भी काफी गालियां दी। दुकानदारों ने कहा कि हमलोग लॉक डाउन में काफी परेशानी झेले है कर्ज लेकर दुकान लगा रहे है उसके बाद भी हमलोगों का दुख दर्द समझने वाला कोई नहीं है किसे कहें हमलोग अपना दुख दर्द। इस आफत की घड़ी में दो वक्त की रोटी पर आफत आ गई है। उसके बाद बच्चों की पढाई लिखाई,स्वास्थ्य आदि भी कई तरह के खर्चे है आखिर हमलोगों का परिवार कैसे चलेगा।