पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने बांग्लादेश की मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को अल्पसंख्यक हिंदुओं और उनके संस्थानों पर हो रहे हमलों पर लगाम लगाने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो भारत के पश्चिम बंगाल सीमा से बांग्लादेश के साथ होने वाले व्यापार पर “अनिश्चितकालीन निर्यात प्रतिबंध” लगाया जाएगा। शुभेंदु अधिकारी ने यह बयान उत्तर 24 परगना जिले में पेट्रापोल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अखिल भारतीय संत समिति द्वारा आयोजित एक विरोध सभा में दिया। इस कार्यक्रम में अधिकारी समेत कई भाजपा नेता बिना पार्टी के चिन्हों के शामिल हुए। अधिकारी ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले बंद नहीं हुए तो अगले सप्ताह से पांच दिन का व्यापार प्रतिबंध लगाया जाएगा और अगले साल की शुरुआत से अनिश्चितकालीन व्यापार रोक दिया जाएगा। हम देखेंगे कि बांग्लादेश हमारे आलू और प्याज के बिना कैसे जीता है।
”व्यापारियों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों के विरोध में सोमवार सुबह छह बजे से 24 घंटे के लिए व्यापार बंद रखा। इस प्रदर्शन का आह्वान बंगीय हिंदू समिति ने किया था। कार्यक्रम में शुभेंदु अधिकारी ने कहा, “यह 24 घंटे का व्यापार बंद सिर्फ एक ट्रेलर है। अगर स्थिति नहीं सुधरी तो हमारे प्रतिबंध और सख्त होंगे।”
यह विरोध प्रदर्शन बांग्लादेश में गिरफ्तार पूर्व इस्कॉन साधु चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई और अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को तुरंत रोकने की मांग को लेकर आयोजित किया गया था। अधिकारी ने कहा कि भारत केवल एक और देश नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। अगर हमारे झंडे का अपमान हुआ तो हम बांग्लादेश के नए राजाकरों को वैसे ही झुकाएंगे, जैसे 1971 में पाकिस्तानी सेना को झुकाया था।