ओडिशा कमिश्नरेट पुलिस ने 27 मार्च को प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) द्वारा आयोजित विरोध रैली के दौरान भुवनेश्वर के लोअर पीएमजी इलाके में गांधी मार्ग पर पुलिस के साथ हुई “हिंसक झड़प” के संबंध में लगभग 5,000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कांग्रेस नेताओं में ओपीसीसी अध्यक्ष भक्त चरण दास, कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति, रमेश चंद्र जेना, राम चंद्र कदम, पवित्र सौंता, सागर चरण दास, प्रफुल्ल चंद्र प्रधान, मंगू खिला, सीएस राजेन एक्का, मोहम्मद मोकिम और सुरेश चंद्र राउतराय शामिल हैं।
डीसीपी भुवनेश्वर जगमोहन मीना ने बुधवार को बताया कि मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जांच के दौरान हिंसा में शामिल पाए जाने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी। एफआईआर के अनुसार, 27 मार्च को राज्य के विभिन्न हिस्सों से कांग्रेस के कार्यकर्ता भुवनेश्वर शहर के विभिन्न हिस्सों से जुलूस के रूप में गांधी मार्ग पर आए थे। इसमें कहा गया है कि गांधी मार्ग पर एक बैठक आयोजित की गई थी, जहां कांग्रेस नेताओं ने कथित तौर पर सरकार विरोधी व भड़काऊ भाषण दिए। पुलिस ने कहा कि इस तरह के भड़काऊ भाषणों से उकसाए जाने पर वहां एकत्र हुए कार्यकर्ता हिंसक हो गए और पुलिस की घेराबंदी तोड़कर राज्य विधानसभा भवन की ओर बढ़ने की कोशिश की।
एक अधिकारी ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता हिंसक हो गए और पुलिस पर अंडे, पत्थर, टमाटर और प्लास्टिक की कुर्सियां फेंकने लगे। पुलिस ने पहले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कानून अपने हाथ में न लेने की चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। बाद में पुलिस ने “हिंसक” कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। 27 मार्च को भुवनेश्वर में महिला सुरक्षा को लेकर आयोजित विरोध रैली के दौरान कांग्रेस समर्थकों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में कई पुलिस अधिकारियों समेत 50 से अधिक लोग घायल हो गए थे।