विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने राज्य में सांस्कृतिक पहचान के लिए विशेष प्रावधान किया है। इसमें एक ओर रामलला दर्शन योजना के लिए 36 करोड़ का प्रावधान किया गया है। वहीं डोंगरगढ़ में 21 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण किया जाएगा. यही नहीं राजिम कुंभ के लिए 8 करोड़ का वित्तीय प्रावधान किया गया है। वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि पिछली सरकार ने तीर्थ यात्रा योजना बंद कर दिया था। पिछले बजट में यह योजना आरंभ की गई, और आज के बजट में हरिद्वार, पुरी, द्वारिका, श्रवणबेलगोला, सारनाथ, शबरीमाला, वैष्णोदेवी, स्वर्णमंदिर इत्यादि धार्मिक स्थानों की यात्रा के लिए तीर्थ यात्रा योजना के लिए 15 करोड़ का बजट दिया गया है।
इसके अलावा स्थानीय आदिवासी संस्कृति को संजोने के लिए इसे 14 गैलरियों में संजोया जाएगा, जिसके लिए 11 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है। इसके साथ गौरव दिवस जैसे कार्यक्रमों के लिए वृहद बजट का प्रावधान किया गया है।
उद्योग और रोजगार पर जोर
-इंडस्ट्रियल ग्रोथ को निवेश आधारित नहीं, रोजगार केंद्रित बनाया जाएगा।
-उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए 1,400 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
-चैंबर ऑफ कॉमर्स को रियायती दर पर भूमि आवंटन करने की घोषणा।
-भवन निर्माण का प्रावधान भी इस बजट में किया गया है।
-700 करोड़ रुपए के दायित्वों का भुगतान सरकार ने किया।