श्रावण मास का आज पहला सोमवार है, भगवान को दूध, जल और 'बेल' के पत्ते चढ़ाने के लिए कांवरियों के साथ लाखों श्रद्धालु तड़के ओडिशा भर के विभिन्न शिव मंदिरों में पहुंचे। मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। श्रद्धालुओं ने भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए उपवास भी रखा।
हर साल श्रावण माह के दौरान, भक्त भगवान का आशीर्वाद लेने के लिए भुवनेश्वर में लिंगराज मंदिर, पुरी में लोकनाथ मंदिर, आठगढ़ में धबलेश्वर मंदिर, नयागढ़ में लडुबाबा जाते हैं। इस साल दो श्रावण महीने के कारण कांवरियों को दो महीने तक भगवान शिव को पवित्र जल चढ़ाने का मौका मिलेगा।
कमिश्नरेट पुलिस ने कटक और भुवनेश्वर में कांवरियों के लिए व्यापक सुरक्षा और अन्य व्यवस्था की है। अपेक्षित सभाओं को देखते हुए, पुलिस और अग्निशमन सेवाओं की टीमों ने जगह-जगह पावरबोट, लाइफजैकेट, रस्सी लाइनें और पोर्टेबल लाइट टॉवर रखे हैं और चौबीसों घंटे अपनी निगरानी में रहेंगे। तदनुसार, कमिश्नरेट पुलिस ने जागरूकता पैदा की और बोल बम भक्तों को नदियों के गहरे पानी में न जाने की सलाह दी ।
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एक कांवरिया की मौतः- आज सुबह बरगढ़ जिले के श्रीश्री झाड़ेश्वर मंदिर परिसर में एक कांवरिया की कथित तौर पर नींद में मौत हो गई। मृतक की पहचान जिले के कुंडहीगोला थाना अंतर्गत देवझरन गांव निवासी विभूति बेहरा (42) के रूप में हुई है। वह ढेंकनाल जिले के बालिमी में पठाणी सामंता डिप्लोमा कॉलेज में चपरासी के रूप में कार्यरत थे।