पारलाखेमुंडी एसीएफ सौम्य रंजन महापात्र की रहस्यमयी मौत का मामला अब ओडिशा हाईकोर्ट पहुंच गया है। सामाजिक संगठन भारतीय विकास परिषद ने हाईकोर्ट के समक्ष एक जनहित याचिका दायर कर घटना की सीबीआई या एसआईटी जांच की मांग की है।
केंद्रीय गृह सचिव, राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी, गजपति एसपी और पारलाखेमुंडी आईसीसी को मामले में पक्षकार बनाया गया है।
पारलाखेमुंडी सहायक वन संरक्षक (एसीएफ) सौम्य रंजन की मौत एक अनसुलझी पहेली बनी हुई है क्योंकि जांच एजेंसियों को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
एसीएफ को पारलाखेमुंडी में उनके क्वार्टर से 90 प्रतिशत जलने की अवस्था में बचाया गया था। हालाकि अगले दिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
सौम्य रंजन के परिवार के सदस्यों ने उनकी मौत में गजपति डीएफओ, विद्या भारती और रसोइया की संलिप्तता का आरोप लगाया है।