शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान (सोआ) ने रविवार को 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश के अन्य हिस्सों के साथ मिलकर जश्न मनाया। कुलपति प्रो. (डॉ.) अमित बनर्जी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और संकाय सदस्यों तथा छात्रों से एक मजबूत तथा अधिक समृद्ध भारत के निर्माण का आग्रह किया।
प्रो. (डॉ.) बनर्जी ने परेड का निरीक्षण करने तथा पारंपरिक सलामी लेने के पश्चात कहा कि शिक्षा ‘ओ’ अनुसंधान उच्च शिक्षा, अनुसंधान तथा स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में अग्रणी रहा है। आपकी कड़ी मेहनत तथा समर्पण सोआ परिवार को और अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगा।
उन्होंने कहा कि हम सभी पर यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाए। विकसित भारत ही वह लक्ष्य है जो हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करेगा।
प्रो. (डॉ.) बनर्जी ने 2024 में स्वास्थ्य सेवा में अभूतपूर्व प्रगति का जिक्र करते हुए कहा कि सोआ ने फुलनाखरा में इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज और एसयूएम अस्पताल का दूसरा परिसर स्थापित कर विस्तार में बड़ी छलांग लगाई है, जहां 2024-25 में 150 एमबीबीएस छात्रों ने प्रवेश लिया है, जबकि ब्रम्हपुर में एक और एसयूएम अस्पताल ने काम करना शुरू कर दिया है।
आईएमएस और एसयूएम अस्पताल ने एक्यूट मायलोइड ल्यूकेमिया के इलाज में एक मील का पत्थर स्थापित करते हुए ओडिशा का पहला हेप्लोइडेन्टिकल हेमेटोपोएटिक स्टेम ट्रांसप्लांटेशन किया था। उन्होंने कहा कि अस्पताल राज्य का पहला ऐसा अस्पताल भी बन गया है, जिसने इस साल के दौरान रक्त कैंसर के रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज करते हुए क्रांतिकारी चिमेरिक एंटीजन रिसेप्टर-टी सेल (सीएआर टी-सेल) थेरेपी शुरू की है।
प्रो. प्रशांत कुमार पात्र, डीन (प्रायोजित अनुसंधान और औद्योगिक परामर्श) और सोआ के कार्यवाहक कुलपति, विभिन्न संस्थानों के डीन, निदेशक, छात्र और अधिकारी विश्वविद्यालय स्टेडियम में आयोजित रंगारंग समारोह में उपस्थित थे।
सोआ के अंतर्गत विभिन्न संस्थानों के छात्र, एनसीसी और एनएसएस स्वयंसेवकों की एक-एक टुकड़ी, उच्चतर माध्यमिक शिक्षा संस्थान और सुरक्षा कर्मियों ने परेड में भाग लिया। पहली बार परेड में भाग लेने वाली विश्वविद्यालय की ध्वज इकाई को परेड में प्रथम घोषित किया गया, जिसके बाद उसे सर्वोच्च सम्मान मिला। कृषि विज्ञान संकाय और इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय के छात्र क्रमशः परेड में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
कार्यक्रम का समापन विभिन्न संस्थानों के छात्रों की रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ हुआ। इस वर्ष पहली बार सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए पुरस्कार भी दिए गए, जिसमें विधि संकाय और कृषि विज्ञान संकाय के छात्रों ने शीर्ष दो स्थान जीते।
इस अवसर पर एनसीसी के वरिष्ठ अवर अधिकारी अभिषेक भांजा और अविनाश नंद को कुलाधिपति द्वारा सम्मानित किया गया।
इससे पहले, प्रो-वाइस चांसलर और रजिस्ट्रार प्रो. विभूति भूषण प्रधान ने विश्वविद्यालय कार्यालय में तिरंगा फहराया। इस अवसर पर सोआ के सलाहकार बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर दामोदर आचार्य, विश्वविद्यालय आउटरीच कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर नचिकेता शर्मा, सोआ के प्रतिष्ठित प्रोफेसर उमा चरण मोहंती और संयुक्त रजिस्ट्रार भीष्म चरण दास और शशांक मिश्रा सहित अन्य उपस्थित थे।