मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है। बोलते-बोलते उन्होंने 2011 से 2013 तक की भी चर्चा की, लेकिन निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिहार जैसे गरीब राज्यों की विशेष राज्य का दर्जा देकर मदद भी नहीं कर रही और कर्ज लेने से भी रोक दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम शुरू से ही बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की मांग रहे हैं लेकिन बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला। हमलोग तो अपने स्तर से प्रयास कर ही रहे हैं। केंद्र सरकार को देखना चाहिए कि हर राज्य का और देश का विकास हो। बिहार का विकास करना चाहते हैं तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। हमलोग विकास का और ज्यादा काम करवाना चाहते हैं लेकिन विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पा रहा है।
विकास कार्यों के लिए हमलोग कर्ज भी लेना चाहते हैं, तो उस पर भी केंद्र सरकार रोक लगाये हुए है। इसका मतलब है कि जो गरीब राज्य है वह कर्ज भी नहीं ले सकता है, तो फिर वह आगे कैसे बढ़ेगा। ये लोग कौन काम कर रहे हैं। इसके पहले केंद्र सरकार आज तक इतना इंटरफेरेंस नहीं करती थी। हमलोग बिहार के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। केंद्रीय बजट से क्या मिलेगा वो तो समय आने पर पता चलेगा। हमलोगों के पास जो भी संसाधन है उसके आधार पर जो भी संभव होता है वो कर रहे हैं।