आईआईसी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक मोहन माझी ने गुरुवार को केंदुझर थाने के सामने धरना दिया।
केंदुझर विधायक ने कहा कि रैसुआं और गोपीनाथपुर पंचायत के लोग पेयजल संकट से परेशान थे और बुधवार को एनएच-20 को जाम कर दिया।
आंदोलनकारी लोगों ने उनसे अनुरोध किया कि वह उनके मुद्दे को सुलझाने के लिए वहां आएं। उन्होंने विधायक से आरडब्ल्यूएसएस के अधिकारियों को बुलाने को भी कहा।
मैं केंदुझर से आया और आंदोलन स्थल पर पहुंचा। मौके पर पहुंच कर मैंने लोगों को आश्वासन दिया कि मैं मामले की जानकारी आरडब्ल्यूएसएस के कार्यपालक अभियंता को दूंगा। इसके बाद सड़क से जाम हटा लिया गया। इसके बाद, आईआईसी त्रिनाथ सेठी ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए लोगों को पुलिस स्टेशन बुलाया।
जैसे ही लोग पुलिस स्टेशन पहुंचे, वे मुझे भी वहां ले गए। वहां, आईआईसी ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और मुझसे एमसीसी लागू होने पर पुलिस स्टेशन आने का कारण पूछा। आईआईसी ने मुझे वहां से 'बाहर निकलने' के लिए भी कहा और कार्रवाई की चेतावनी दी। माझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आईआईसी बीजेडी के लिए काम कर रही है।
विधायक ने बताया कि उन्होंने एसपी, कलेक्टर और भाजपा सांसद प्रत्याशी को थाने की घटना से अवगत करा दिया है।
विधायक और स्थानीय निवासियों ने आईआईसी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर थाने के सामने धरना दिया।