भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजेडी) 2024 के चुनावों से पहले महानदी को लेकर फिर आमने-सामने हो गए हैं। हाल ही में संबलपुर में नदी के तट पर आयोजित 'महानदी अखिरे लुहा' (महानदी की आंखों में आंसू) कार्यक्रम के दौरान भाजपा ने सत्तारूढ़ दल पर कटाक्ष किया। भगवा पार्टी ने महानदी के पानी के प्रदूषण के लिए बीजद को जिम्मेदार बताते हुए उसकी आलोचना की।
भाजपा के आरोपों के अनुसार, राज्य सरकार महानदी पर एक भी बैराज नहीं बना सकी। पार्टी ने आगे आरोप लगाया कि ओडिशा और पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बीच विवाद अभी भी जारी है, जिससे पता चलता है कि सत्तारूढ़ दल ने पिछले 25 वर्षों में कुछ नहीं किया है और महानदी मुद्दा इसका ज्वलंत उदाहरण है।
भाजपा नेता प्रमोद रथ ने कहा कि महानदी आज रो रही है। इसका पानी अब उपयोग लायक नहीं रह गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पहले ही नदी के प्रदूषित पानी में स्नान न करने की चेतावनी जारी कर दी है।
ओडिशा के लाखों लोग अपनी आजीविका के लिए महानदी पर निर्भर हैं। हालांकि, नदी का पानी अत्यधिक प्रदूषित हो गया है और बीजद सरकार ने पिछले 25 वर्षों में नदी को साफ़ करने के लिए कुछ नहीं किया है। ओडिशा और पड़ोसी छत्तीसगढ़ के बीच चल रहा विवाद अभी भी जारी है और ओडिशा सरकार महानदी पर एक भी बैराज का निर्माण नहीं की कर पाई है।
इस बीच, भाजपा के आरोपों का जवाब देते हुए बीजद नेता संजय बाबू ने जवाबी आरोप लगाया कि भगवा पार्टी ने अतीत में ओडिशा और महानदी के हित के खिलाफ काम किया है।