मयूरभंज जिले में खूंटा पुलिस ने एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी बनकर नौकरी चाहने वाले मासूम लोगों से ठगी करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने कथित तौर पर सरकारी नौकरी का वादा कर कम से कम 15 लोगों से 20 लाख रुपये से अधिक की ठगी की।
तीनों आरोपियों की पहचान उदाला के बैराटपुर स्कूल में सहायक शिक्षक मनोज आचार्य के रूप में हुई है। माना जा रहा है कि आचार्य इस धोखाधड़ी की योजना का मास्टरमाइंड है। आचार्य के साथी इंजीनियर दिलीप जेना और बारीपदा के कालिकापुर निवासी लोहिताश जेना पर भी घोटाले में शामिल होने का आरोप है।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, नौकरी की तलाश में बेताब पीड़ितों को तीनों आरोपियों ने यह भरोसा दिलाया कि उनके एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से संबंध हैं और वे मोटी रकम के बदले उन्हें सरकारी नौकरी दिला सकते हैं।
यह घोटाला तब प्रकाश में आया जब सहायक ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (ABEO) ब्रुन्दबन मरांडी ने आचार्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने अपने भतीजे को नौकरी दिलाने के नाम पर उससे 1.30 लाख रुपये लिए। कथित तौर पर नौकरी मिलने के बाद आचार्य ने अतिरिक्त 40,000 रुपये की मांग की। हालांकि, जब नौकरी नहीं मिली और आचार्य ने पैसे लौटाने से इनकार कर दिया, तो बीईओ ने उनके खिलाफ खूंटा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।