बीएमसी आयुक्त राजेश प्रभाकर पाटिल ने मंगलवार को कहा कि राजधानी में खुले नालों को एक महीने के अंदर नाले के स्लैब से ढक दिया जाएगा।
नालों के ऊपर एक महीने के अंदर कंक्रीट के स्लैब बिछा दिए जाएंगे। नालों के लिए बैरिकेडिंग का काम एक सप्ताह में पूरा हो जाएगा।
गौरतलब है कि भुवनेश्वर में कुल 1,800 किलोमीटर नाले हैं, जबकि 27 किलोमीटर खुले नालों सहित 1,380 किलोमीटर नाले बीएमसी के अधीन हैं।
पाटिल ने कहा कि सभी खुले नालों की पहचान कर ली गई है। स्लैब का काम आपातकालीन आधार पर पूरा किया जाएगा। कुछ स्थानों पर नालों पर अवैध रूप से अतिक्रमण किया गया है।
संबंधित विभागों के साथ बैठक के बाद अतिक्रमण हटाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। बीएमसी कमिश्नर ने यह भी कहा कि बैरिकेडिंग के लिए 34 स्थानों की पहचान की गई है, जो एक सप्ताह के भीतर पूरा हो जाएगा।
राजधानी के लोगों के लिए खुले नाले काफी चिंताजनक हैं, क्योंकि एक सप्ताह पहले ही 8 वर्षीय एक बच्चे की मौत हो गई थी। 18 जून को भुवनेश्वर में भारी बारिश के बाद एसके राजेश नामक एक बच्चा खुले नाले में बह गया था।
रिपोर्ट के अनुसार, राजेश भारी बारिश के कारण भरे खुले नाले में फिसल गया था। बचाए जाने के बाद, नाबालिग लड़के को तुरंत कैपिटल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।