ओडिशा के जल संसाधन विभाग ने घोषणा की है कि मौजूदा मानसून सीजन के लिए हीराकुद बांध से बाढ़ का पानी पहली बार छह जुलाई (रविवार) को छोड़ा जाएगा।
हालाकि विभाग ने तारीख की पुष्टि कर दी है, लेकिन उसने यह नहीं बताया है कि पानी छोड़ने के दौरान कितने स्लुइस गेट खोले जाएंगे। सूत्रों के अनुसार पानी छोड़ने से पहले पारंपरिक पूजा की जाएगी, जो हर साल बांध पर मनाए जाने वाले पारंपरिक अनुष्ठानों का हिस्सा है।
महानदी नदी पर बना हीराकुद बांध भारत की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी बहुउद्देशीय नदी घाटी परियोजनाओं में से एक है। इसे दुनिया का सबसे लंबा मिट्टी का बांध होने का गौरव भी प्राप्त है, जो ओडिशा में बाढ़ नियंत्रण, सिंचाई और पनबिजली उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।