ओडिशा सरकार ने एक प्रमुख सड़क अवसंरचना परियोजना को मंज़ूरी दे दी है जिससे पिपिली और कोणार्क के बीच यात्रा का समय लगभग 90 मिनट से घटकर केवल 30 मिनट रह जाएगा। यह निर्णय पुरी ज़िले में सड़क संपर्क पर एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया, जिसकी अध्यक्षता उपमुख्यमंत्री प्रभाति परिड़ा और निर्माण मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने की।
अधिकारियों के अनुसार, प्रस्तावित ग्रीनफील्ड कॉरिडोर 40 किलोमीटर लंबा और 200 फीट चौड़ा होगा और इसे चार लेन वाले एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया जाएगा। इस पर वाहन 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चल सकेंगे। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि डिज़ाइन का काम शुरू हो चुका है और ज़रूरी मंज़ूरी मिलने के बाद भूमि अधिग्रहण शुरू हो जाएगा।
नए राजमार्ग के पूरक के तौर पर, मौजूदा पिपिली-कोणार्क सड़क—जिस पर पर्यटन सीज़न के दौरान भारी भीड़भाड़ रहती है—को भी 7 से 10 मीटर चौड़ा किया जाएगा। इन परियोजनाओं का उद्देश्य कोणार्क सूर्य मंदिर तक पहुंच को बेहतर बनाना, यातायात को सुगम बनाना और क्षेत्र के समग्र सड़क नेटवर्क को मज़बूत करना है।
समीक्षा बैठक में कई अन्य परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई। पुरी शहर में, ताज इंटरनेशनल से जगन्नाथ स्टेडियम तक की सड़क को चार लेन तक विस्तारित किया जाएगा, जबकि चैतन्य रोड से बालीसाही (जगन्नाथ मंदिर की ओर जाने वाली), दोलमंडप साही रोड और झाड़ेश्वरी क्लब-मेडिकल चौक मार्ग सहित कई खंडों के लिए सर्वेक्षण की योजना बनाई गई है।
नीमापड़ा निर्वाचन क्षेत्र में, चरीचक से अस्तरंग तक चार लेन वाली सड़क और जलारपुर और चरीचक को जोड़ने वाली एक अन्य सड़क की योजना को अंतिम रूप दिया गया।
अधिकारियों ने कहा कि ये परियोजनाएं पुरी जिले में कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएंगी और साथ ही पर्यटन व स्थानीय विकास को भी बढ़ावा देंगी।