राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को बरगढ़ में विश्वप्रसिद्ध धनु यात्रा के शुभारंभ के अवसर पर ओडिशा के लोगों को शुभकामनाएं दीं। यह उत्सव बुधवार शाम से शुरू हुआ। त्योहार की विशिष्टता की सराहना करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि विश्वप्रसिद्ध मुक्त रंगमंच (ओपन-एयर थिएटर) की अद्वितीय परंपरा ने धनु यात्रा को न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक अलग पहचान दिलाई है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि पौराणिक कथाओं का जीवंत मंचन समाज में आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक गौरव को और मजबूत करेगा।
राष्ट्रपति ने ओडिया और हिंदी में ‘एक्स’ पर अलग-अलग पोस्ट में कहा कि मुझे आशा है कि पौराणिक कथाओं की जीवंत प्रस्तुति के माध्यम से आध्यात्मिक चेतना व सांस्कृतिक गौरव और अधिक सुदृढ़ होगा। मैं इस रंगारंग यात्रा के सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं देती हूं।
धनु यात्रा के दौरान बरगढ़ नगर को प्राचीन मथुरा और गोपापुर में परिवर्तित कर दिया जाता है, जहां ‘कृष्ण लीला’ से जुड़े प्रसंगों का मंचन किया जाता है, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण की राजा कंस पर विजय का चित्रण होता है।
ओडिशा सरकार ने इस वर्ष त्योहार के आयोजन के लिए एक करोड़ रुपये की मंजूरी दी है। साथ ही राज्य भर में और देश के कई हिस्सों में नाट्य प्रस्तुतियों का लाइव प्रसारण करने की भी व्यवस्था की गई है, ताकि अधिक से अधिक लोग इस सांस्कृतिक महोत्सव को देख सकें।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी इस अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए धनु यात्रा को केवल एक उत्सव से बढ़कर बताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा कि “विश्व का सबसे बड़ा मुक्त रंगमंच, विश्वविख्यात ‘धनु यात्रा’, ओडिशा की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और कलात्मक विरासत का अनूठा प्रतिबिंब है।” 78वें संस्करण में प्रवेश कर चुकी 11 दिवसीय यह यात्रा 3 जनवरी तक चलेगी।