हर कोई चाहता है कि नव वर्ष की शुरुआत कुछ खास लम्हों के साथ हो। लोग अपने-अपने तरीके से साल 2024 को अलविदा करने और साल 2025 के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। नव वर्ष के लिए रेजोल्यूशन बनाए जा रहे हैं। जंगल, झील, झरनों और पहाड़ों की तराई में मौजूद सभी पिकनिक स्पॉट पर सैलानियों की खूब भीड़ जुट रही है। इस बेमिसाल पल को यादगार बनाने के लिए रांची के ओरमांझी स्थित राज्य के सबसे बड़े 'बिरसा जैविक उद्यान' प्रबंधन ने भी विशेष तैयारी की है। नव वर्ष के मद्देनजर उद्यान प्रबंधन ने सोमवार यानी 30 दिसंबर को आम लोगों के लिए चिड़ियाघर को खुला रखने का फैसला लिया है। साथ ही नए साल के पहले सप्ताह में 6 जनवरी को पड़ने वाले प्रथम सोमवार के दिन भी चिड़ियाघर खुला रहेगा। आपको बता दें कि आमतौर पर हर सोमवार को चिड़ियाघर बंद रहता है। 31 दिसंबर 2024 से 2 जनवरी 2025 तक प्रति व्यस्क टिकट दर 70 रुपए रखा गया है। जबकि 3 साल से 12 साल के बच्चों के लिए 30 रुपए का टिकट लगेगा। इन तीन दिनों तक ग्रुप टिकट की व्यवस्था नहीं रहेगी। अब सवाल है कि रांची के बिरसा जैविक उद्यान में ऐसा क्या है कि लोगों को अपने परिवार के साथ नववर्ष के पल बिताने के लिए यहां आना चाहिए। इस पर चिड़ियाघर प्रबंधन का कहना है कि यहां 91 प्रजातियां संरक्षित हैं। जिसमें 41 पक्षी, 31 स्तनधारी और 19 सरीसृप शामिल हैं।
इसके अलावा दरियाई घोड़ा, लकड़बग्घा, सांभर, चीतल, कृष्णामृग जैसे जीवन के नवजात आकर्षण का केंद्र बनेंगे। इस बार बिरसा जैविक उद्यान में भुवनेश्वर के नंदनकानन जू से लाई गई सफेद बाघिन का दीदार बेहद खास होगा। चिड़ियाघर प्रबंधन ने भरोसा दिलाया है कि दर्शकों की सुविधा का पूरा ख्याल रखा जाएगा। दिव्यांग जनों के लिए व्हीलचेयर की भी सुविधा रहेगी।