पहलगाम में आतंकी हमला होने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। भारत उन देशों पर भी अपना कड़ा रुख अपना रहा है जो देश पाकिस्तान को सपोर्ट कर रहा है। पाकिस्तान का साथ देने वाले देशों में तुर्कीए, चीन और बांग्लादेश है। हाल ही में चीन में मोहम्मद यूनुस ने भारत के खिलाफ विवादित टिप्पणी की थी। जिसको लेकर भारत के अंदर काफी नाराजगी है। इस तनाव के बीच पूर्व एनएसए और पश्चिम बंगाल के पूर्व गवर्नर एमके नारायणन का बयान सामने आया है। उन्होंने बांग्लादेश भारत का अभिन्न अंग बताया है। उनका कहना था कि भारत और बांग्लादेश की दोस्ती पुरानी है। थोड़ी बहुत समस्याएं तो सबके साथ होती हैं। ‘हमें बांग्लादेश को नहीं खोना चाहिए क्योंकि यह भारत का अभिन्न अंग है। हमारी दोस्ती पुरानी है। हमने माना कि भारत के साथ कुछ समस्याएं रही हैं, लेकिन अगर हम व्यापक रूप से देखें तो पूरा एशिया में कहीं न कहीं छोटे- मोटे संघर्ष जारी है, फिर चाहे वह संघर्ष राजनीति हो या कोई अन्य।
कोलकाता में नारायणन ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक चर्चा के दौरान पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बात की। इसमें उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले के पीछे कोई खुफिया विफलता नहीं थी। ऑपरेशन सिंदूर एक सटीक ऑपरेशन था, जिसके तहत पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लिया गया। नारायणन भारतीय सेना और खुफिया एजेंसियों का पूरा समर्थन करते हैं। भारत और बांग्लादेश के बीच लगातार तनाव बढ़ रहा है। बांग्लादेश ने भारत के साथ 180.25 करोड़ के डिफेंस करार को रद्द कर दिया। इसकी जानकारी बुधवार को भारतीय रक्षा मंत्रालय की तरफ से दी गई। जिसमें उन्होंने कहा कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश की सरकार ने ऑर्डर रद्द कर दिया है।