ओडिशा विजिलेंस ने शनिवार को मयूरभंज जिले के बड़शाही ब्लॉक अंतर्गत तलपड़ा ग्राम पंचायत के अकाउंटेंट-कम-डाटा एंट्री ऑपरेटर (एडीईओ) हेमंत कुमार बेहरा को 2,500 की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
विजिलेंस अधिकारियों के अनुसार, बेहरा पर आरोप है कि उन्होंने एक गरीब सीमांत किसान से मनरेगा के तहत स्वीकृत फार्म पॉण्ड के लिए वर्क कोड जनरेट करने के एवज में रिश्वत की मांग की थी। मनरेगा में फार्म पॉण्ड का लाभ मुख्य रूप से एससी/एसटी, बीपीएल तथा छोटे और सीमांत किसानों को प्रदान किया जाता है। वर्क ऑर्डर जारी करने के लिए वर्क कोड अनिवार्य होता है और लाभार्थी पिछले एक महीने से बेहरा से इस संबंध में संपर्क कर रहा था। लेकिन अनुरोध को आगे बढ़ाने के बजाय, बेहरा कथित रूप से अवैध राशि की मांग पर अड़े रहे।
रिश्वत देने में असमर्थ और लगातार दबाव झेल रहे लाभार्थी ने विजिलेंस विभाग से शिकायत की। अधिकारियों ने बताया कि उनसे पहले भी बेहेरा के खिलाफ अन्य लाभार्थियों से रिश्वत लेने की शिकायतें मिल चुकी थीं।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया और बेहरा को मांगी गई राशि स्वीकार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। रिश्वत की रकम उनकी कब्ज़े से बरामद कर जब्त कर ली गई।
जाल बिछाने की कार्रवाई के बाद बेहरा से जुड़े दो स्थानों पर एक साथ छापेमारी की जा रही है, ताकि उनकी अवैध संपत्ति की जांच की जा सके।
इस मामले में आरोपी के खिलाफ बालेश्वर विजिलेंस पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार निरोधक (संशोधन) अधिनियम, 2018 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है।