केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का विस्तार धीरे-धीरे कम हो रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इस योजना से खुद को अलग कर रही है। इसकी जगह सरकार अब नई स्वास्थ्य योजना लोगों के लिए लागू करेगी। यह पांचवां ऐसा राज्य है जिसने केंद्र की इस योजना को अपने राज्य में लागू करने से इनकार कर दिया है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने फैसला लिया है कि वह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना (आयुष्मान योजना) से खुद को अलग कर लेगी। इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र बीजापुर जिले के जांगला गांव से शुरू की थी। केंद्र सरकार की इस योजना की जगह प्रदेश सरकार अपनी स्वास्थ्य योजना लागू करने का प्लान बना रही है। ऐसा करने वाला छत्तीसगढ़ पांचवां राज्य है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने बताया, ’हमलोग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना या आयुष्मान योजना से खुद को अलग कर रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि जब हमारे पास सारी स्वास्थ्य सुविधाएं हैं तो हम किसी और से बीमा पॉलिसी लें। हमारे पास दवाएं खरीदने का सिस्टम है, आशा कार्यकर्ता हैं, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अच्छी अस्पताल भी हैं। हमारे पास पर्याप्त मैनपावर भी है।