मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में बालेश्वर जिले के नीलगिरी में एकता पदयात्रा का उद्घाटन किया। सैंकड़ों छात्रों, युवाओं और सरकारी अधिकारियों ने 100 फुट ऊंचा तिरंगा झंडा लेकर नीलगिरी से मित्रपुर तक लगभग 9 किलोमीटर की दूरी तय की। यह आयोजन एकता वर्ष समारोह का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य राज्य और देश भर में एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है।
पदयात्रा से पहले, मुख्यमंत्री माझी ने नीलगिरी के जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और पुलिस परेड ग्राउंड में एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम में बालेश्वर जिले की भूमिका और सरदार पटेल के जीवन पर प्रकाश डाला गया।
एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एकता पदयात्रा केवल एक साधारण जुलूस नहीं है, बल्कि भारतीय एकता का प्रतीक है और देश को एकजुट रखने के लिए प्रत्येक नागरिक की ज़िम्मेदारी की याद दिलाती है।
इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम जिस भूमि पर खड़े हैं, नीलगिरी, वह केवल एक भौगोलिक स्थान नहीं है, बल्कि जनशक्ति और लोकतंत्र का प्रतीक है। नीलगिरी प्रजा आंदोलन स्वतंत्रता संग्राम का एक अध्याय है जो शोषण, अन्याय के विरुद्ध और अपने अधिकारों के लिए लोगों की एकता का प्रमाण है।
उन्होंने आगे कहा कि इस आंदोलन ने स्थानीय युवाओं, किसानों, मज़दूरों और शिक्षित वर्ग को ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एकजुट किया और एकता और सामूहिक कार्रवाई की शक्ति का प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नीलगिरी प्रजा आंदोलन का परिणाम केवल लोगों की जीत नहीं थी, बल्कि उनके स्वाभिमान, गरिमा और लोकतांत्रिक भावना की जीत थी। उन्होंने आगे कहा कि इस आंदोलन ने साबित कर दिया कि जब लोग एकजुट होते हैं, तो कोई भी दमनकारी ताकत उन्हें दबा नहीं सकती।
उन्होंने कहा कि यह पदयात्रा "अनेकता में एकता" के संदेश की याद दिलाती है और जाति, धर्म और भाषा में भिन्नता के बावजूद, सभी भारतीय हैं। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि यही एकता देश की ताकत और पहचान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं के कल्याण और उन्हें शिक्षा, खेल और रचनात्मकता के अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि युवा देश के विकास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी ज़ोर दिया है।
उन्होंने सभी से एक मज़बूत और समृद्ध ओडिशा तथा भारत के निर्माण के लिए एकजुट होने का आग्रह करते हुए कहा कि आइए हम सभी एकजुट होकर एक मज़बूत और समृद्ध ओडिशा और भारत के निर्माण की दिशा में काम करें।
उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि वर्तमान युग शिक्षा और ज्ञान का है और युवाओं को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि एकता पदयात्रा युवाओं को आगे आकर अपनी भूमिका निभाने का आह्वान है।
इस कार्यक्रम में बालेश्वर के सांसद प्रताप चंद्र षड़ंगी, सत्तारूढ़ पार्टी के उप मुख्य सचेतक गोविंद चंद्र दास, सिमुलिया विधायक पद्म लोचन पंडा, बालेश्वर विधायक मानस कुमार दत्ता और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष शोभना मोहंती ने भाग लिया।
नीलगिरी विधायक संतोष कुमार खटुआ ने सभा का स्वागत किया और जिला कलेक्टर सूर्यवंशी मयूर विकास ने सभी को धन्यवाद दिया।