बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने टिकट वितरण का नया तरीका अपनाया है। टिकट के लिए आवेदन करने के लिए क्यूआर कोड जारी किया गया है। क्यूआर कोड को स्कैन करके फॉर्म भरना होगा। कोई भी फॉर्म भरकर टिकट के लिए दावेदारी कर सकता है। कांग्रेस का कहना है कि इससे आम लोगों से संपर्क बढ़ेगा। बिहार ऐसा पहला राज्य है, जहां कांग्रेस ने टिकट के लिए QR कोड व्यवस्था की है। टिकट मिले या न मिले, इससे एक फायदा होगा कि अब अपने बायोडाटा को सीधे आलाकमान तक पहुंचा सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के लिए डिजिटल फॉर्म का स्कैन कोड पोस्टर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में जारी किया। 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में अब कांग्रेस नई रणनीति के तहत विधायक का टिकट देगी। बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम ने आज सोमवार को सदाकत आश्रम में प्रेस वार्ता कर जानकारी दी कि विधानसभा चुनाव के टिकट के लिए आवेदन QR कोड से होगा।
उन्होंने कहा कि पत्रकारों के मन में यह सवाल उठेगा कि QR कोड से सभी 243 सीट पर आवेदन आएगा। राजेश कुमार ने कहा कि कांग्रेस के उम्मीदवार 243 सीट पर अपना आवेदन कर सकते हैं।राजेश राम ने बताया कि कांग्रेस पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए क्राइटेरिया बनाया गया है और इस स्कैन कोड के माध्यम से डिजिटल फॉर्म भरने की व्यवस्था की गई है। सभी प्रत्याशियों को पार्टी के शीर्ष नेतृत्व द्वारा जारी किए गए विभिन्न कार्यक्रमों एवं जानकारियों को इस फॉर्म में दर्ज करना है। इस तरीके से आएं आवेदन की स्क्रूटनी होगी और फिर इसके आधार पर प्रत्याशियों का चयन प्रक्रिया अपनाया जाएगा।
राजेश राम ने कहा कि निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं की आवश्यकता इस डिजिटल फॉर्म को भरने के लिए जरूरी है। सर्वप्रथम उम्मीदवार के दावेदार अपने कार्यों की साप्ताहिक अपडेट रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय व वार-रूम को नियमित रूप से भेजना होगा। क्यूआर कोड के माध्यम से पार्टी वैसे समर्पित और मजबूत प्रत्याशियों की तलाश करेगी जिसका लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिलेगा।