ओडिशा दो चरण के चुनाव संपन्न होने के बाद तीसरे चरण के मतदान के लिए तैयार है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी निकुंज बिहारी धल ने गुरुवार को राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन में मतदान व मतदाताओं के विवरण पर प्रकाश डाला। छह लोकसभा सीटों और 42 विधानसभा क्षेत्रों के लिए इस महीने की 25 तारीख को मतदान होना है।
अनुमान के मुताबिक चुनाव में 94 लाख 48 हजार मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें 48.3 प्रतिशत पुरुष और 45.18 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल हैं। वहीं, 21 प्रतिशत युवा शामिल हैं।
इसके अलावा, इस साल भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) की अपनी तरह की पहली 'वोट फ्रॉम होम' पहल से 3,000 लोगों को फायदा होगा। राज्य में कुल 31,000 मतदाता ई-बैलेट/पोस्टल वोटों के माध्यम से मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
तीसरे दौर के मतदान में भाग लेने वाले उम्मीदवारों के मामले में भारी लैंगिक असमानता देखी जा सकती है। पुरी, भुवनेश्वर, कटक, ढेंकानाल, केंदुझर और संबलपुर की छह लोकसभा सीटों के लिए 64 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें 55 पुरुष और 9 महिलाएं शामिल हैं। दूसरी ओर, राज्य की 42 विधानसभा सीटों पर कुल 383 विधायक उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें 339 पुरुष और 44 महिला उम्मीदवार हैं।
पिछले दो चुनाव चरणों में चुनावी हिंसा में वृद्धि को देखते हुए कड़े सुरक्षा उपायों पर विचार किया गया है। सीएपीएफ की कुल 121 यूनिट 10,551 मतदान केंद्रों की सुरक्षा करेंगी और लगभग 1500 मतदान केंद्रों की निगरानी केवल महिला सैनिकों द्वारा की जाएगी। चुनाव प्रबंधन के लिए 70,000 मतदान कर्मचारी तैनात किए जाएंगे।