संभावित आतंकी खतरों के मद्देनजर, ओडिशा सरकार पुरी के जगन्नाथ मंदिर में ड्रोन रोधी तकनीक लगाने पर विचार कर रही है, ताकि मंदिर की सुरक्षा और संरक्षा को मजबूत किया जा सके।
कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने आज घोषणा की है कि कानून विभाग ने 12वीं सदी के इस मंदिर को अनधिकृत या दुर्भावनापूर्ण ड्रोन का पता लगाने, ट्रैक करने और उसे बेअसर करने में सक्षम प्रणाली से लैस करने के लिए ओडिशा पुलिस के साथ चर्चा की है।
मंदिर में ड्रोन रोधी तकनीक लगाने से यह प्रणाली अनधिकृत या संभावित रूप से हानिकारक ड्रोन का पता लगाने, ट्रैक करने और उसे बेअसर करने में सक्षम होगी।
22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़ी सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच मंदिर की सुरक्षा करना है।
मंत्री ने पुष्टि की है कि श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) जरूरत पड़ने पर ड्रोन रोधी प्रणाली के लिए धन मुहैया कराएगा।
इसके अलावा, हरिचंदन ने बताया कि ओडिशा सरकार राज्य भर में मनाए जाने वाले रथ यात्रा उत्सवों के लिए वित्तीय सहायता देगी। इन प्रतिष्ठित आयोजनों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए कानून विभाग रथ निर्माण और अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित खर्चों में सहायता करेगा।