सड़कों पर जल जमाव से लेकर गंदगी साफ करने में लापरवाही, सरकारी जमीन के अतिक्रमण से लेकर स्ट्रीट लैंप के रख-रखाव में लापरवाही समेत नगर पालिकाओं और पंचायतों की नागरिक सेवाओं को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना गुस्सा जाहिर किया। नवान्न सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जन प्रतिनिधियों तक मुख्यमंत्री की फटकार से कोई नहीं बच पाया। मुख्यमंत्री ने कुछ लोगों का नाम लेकर भी इस काम की आलोचना की। कोलकाता, हावड़ा में सड़कों की हालत देखकर मुख्यमंत्री ने पूछा कि क्या इस बार मुझे सड़क पर झाड़ू लगाने जाना पड़ेगा? तुमलोग बस देखोगे? लोग परेशान हैं और प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। लोकसभा चुनाव में हावड़ा से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व तृणमूल नेता रहे रथिन चक्रवर्ती पर निशाना साधते हुए ममता ने कहा कि जब रथिन चेयरमैन थे तो हावड़ा की दुर्दशा कर चुका है। हावड़ा की कई सड़कों पर एम्बुलेंस के प्रवेश के लिए भी जगह नहीं है। बाहरी राज्यों से लोग आकर अड्डे बना रहे हैं। ममता ने कहा कि अगर कहीं अतिक्रमण है तो कार्रवाई क्यों नहीं होती? कई लोग इसमें हैं। मैं नाम लेकर किसी को असहज नहीं करना चाहती। लेकिन एक ग्रुप बन गया है। जब उन्हें कोई खाली जगह दिखती है तो वे लोगों को बिठा देते हैं। बंगाल की पहचान खत्म हो रही है। राज्य की छवि खराब हो रही है।
मुख्यमंत्री ने सबसे अधिक शिकायत हावड़ा में नागरिक सेवाओं को लेकर की। उन्होंने कहा कि कचरा साफ नहीं होता। मैं उस व्यक्ति को बता रही हूं जो प्रभारी है। अमृता रॉय बर्मन, एसडीओ। आप क्या कर रही हैं? कहीं दिन को लाइट जलती है, कहीं रोशनी नहीं है, कहीं पानी नहीं पहुंच रहा।