ओडिशा विजिलेंस विभाग ने शुक्रवार को कलाहांडी जिले के गोलमुंडा ब्लॉक की बीडीओ अख्यमिता कार्तिक को गिरफ्तार कर लिया है। एक दिन पहले ही उनकी सरकारी गाड़ी से 4.92 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई थी।
कल विजिलेंस अधिकारियों ने ओएएस अधिकारी अख्यमिता को उस समय रोका जब वह अपनी सरकारी एसयूवी (महिंद्रा बोलेरो) पर भवानीपटना से कोरापुट जा रही थीं। उनकी गाड़ी से 4.92 लाख रुपये की नकदी बरामद की गई थी।
विजिलेंस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान ओएएस अधिकारी जब्त की गई रकम का संतोषजनक हिसाब नहीं दे पाईं, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
विजिलेंस विभाग के अनुसार, आरोपी अख्यमिता ने पहचान से बचने के लिए अपनी सरकारी बोलेरो गाड़ी के पिछले दरवाजे के अंदर बड़ी चालाकी से नकदी छिपा रखी थी। हालांकि, अपने प्रशिक्षण और तलाशी के संचालन के प्रोटोकॉल के आधार पर, विजिलेंस दल वाहन के पिछले दरवाजे के अंदरूनी हिस्से को खोलकर नकदी का पता लगाने में कामयाबी रहा।
इस संबंध में, कोरापुट विजिलेंस प्रभाग ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ धारा यू/एस 13(2), (1)(बी) पीसी (संशोधन) अधिनियम, 2018 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इससे पहले 2008 में, अख्यमिता ने कथित तौर पर रेड क्रॉस फंड का दुरुपयोग किया था, जब वह रायगड़ा जिले के गुनपुर के तहसीलदार के रूप में तैनात थीं और जिला प्रशासन ने इस संबंध में उनके खिलाफ पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी।
2020 में, अख्यमिता को नवरंगपुर जिले के कोसागुमुडा ब्लॉक के बीडीओ के रूप में तैनात रहने के दौरान कोविड फंड के दुरुपयोग के लिए निलंबित कर दिया गया था।