छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण के बाद भाजपा ने सिधा दावा है कि मतदान उसकी सरकार के खिलाफ नहीं गया है, जैसा विपक्ष प्रचार कर रहा है। भाजपा ने साफ कहा है कि पिछले विस चुनाव की तुलना में इस बार वोट प्रतिशत में वृद्धि हुई है।
पहले चरण में 12 नवंबर को 18 सीटों के लिए हुए चुनाव में 76.28 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि 2013 में 75.79 प्रतिशत मतदान हुआ था कुछ भाजपा नेताओं के मुताबिक अगर रमन सिंह सरकार के खिलाफ लहर होती तो मतदान प्रतिशत ज्यादा होता। नक्सल प्रभावित राज्य में पिछले 15 वर्षों से रमन सिंह की सरकार है।
नेताओं का मानना है कि मतदान बहुत ज्यादा नहीं है और चुनाव आयोग के अभियान और नक्सल प्रभावित इलाकों में व्यापक सुरक्षा उपायों के मद्देनजर ज्यादा मतदान होने की उम्मीद की जा रही थी।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि मतदान बढ़ाने और सुरक्षा बलों की उपस्थिति के बाद भी वांछित नतीजे नहीं मिले। कुल मतदान प्रतिशत पिछले समय की तुलना में थोड़ा अधिक था और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मामूली रूप से कम था। इसका मतलब है कि राज्य में कोई सत्ता विरोधी रुझान नहीं है।