बिहार ने कोरोना टीकाकरण अभियान को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए अपनी जरूरतों के मद्देनजर कोविड वैक्सीन की 30 लाख डोज उपलब्ध कराने की मांग केंद्र सरकार से की है। राज्य में अभी प्रतिदिन औसतन वैक्सीन की दो से तीन लाख डोज की खपत हो रही है। ऐसे में कोरोना वैक्सीन के स्टॉक में कमी होने से टीकाकरण अभियान प्रभावित होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशा-निर्देश के अनुसार 11 से 14 अप्रैल तक पूरे देश में कोरोना टीकाकरण का विशेष अभियान यानी टीका उत्सव संचालित किया जाना है। इसके तहत बिहार में प्रत्येक दिन वैक्सीन की करीब 4 लाख डोज लगाने का लक्ष्य है। ऐसे में अगले चार दिन में वैक्सीन के 16 लाख खुराक की जरूरत होगी। इसके अतिरिक्त दैनिक रूप से जारी टीकाकरण को लेकर भी प्रतिदिन दो से तीन लाख से अधिक खुराक की जरूरत होगी। राज्य को वैक्सीन की नौ लाख डोज शुक्रवार को मिली है। इनमें करीब 2.5 लाख वैक्सीन की खपत शनिवार और रविवार को पहले दिन के अभियान में चार लाख यानी कुल 6.5 लाख खुराक की खपत अगले ही दिन में हो जाएगी। शेष मात्र 2.5 लाख डोज ही स्टॉक में बचेगी। इससे अगले दिन यानी सोमवार को चार लाख लोगों को टीका दिया जाना संभव नहीं होगा।
स्वास्थ्य विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि वैक्सीन की मांग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन के स्तर पर बातचीत हुई है। राज्य को जल्द ही पुणे से वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। इसके लिए केन्द्र सरकार ने राज्यों के लिए प्रोटोकाल भी तय किया है।