बिहार में शराबबंदी है, बावजूद इसके यहां पर शराब की ब्रिकी अवैध रूप से की जा रही है। ऐसे मामले अक्सर मीडिया में आते रहते हैं। इसी बीच प्रदेश के मुजफ्फरपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। पुलिस टीम ने कई महीनों से चल रही अवैध फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है। यह फैक्ट्री क्लीनिक का बोर्ड लगाकर संचालित की जा रही थी। छापेमार कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीम ने मौके से भारी मात्रा में स्प्रिट तैयार शराब, अर्द्ध निर्मित शराब, विभिन्न प्रकार का विदेशी शराब के ब्रांड का बोतल, पैकेट, रैपर, ढक्कन, मुहर, बॉटलिंग मशीन, पैकेजिंग मशीन, वाटर प्लांट जब्त किया है।
पुलिस ने बताया कि जिले के सदर थाना क्षेत्र के डुमरी -लदौरा रोड स्थित एक मकान में बाहर डॉक्टर की क्लीनिक का बोर्ड लगाकर चल रही शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया है। दूसरे राज्यों से स्प्रिट मंगाकर बड़े पैमाने पर विदेशी शराब का निर्माण किया जा रहा था। इसके बाद शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के धंधेबाजों को सप्लाई की जा रही थी। पिछले कई महीनों से धंधा चल रहा था। गिरफ्तार शराब धंधेबाज की पहचान धीरज कुमार रूप में की गई है। जिससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही अन्य शराब धंधेबाजों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस ने गोदाम को सील कर बंद कर दिया है। जिले के लदौरा के समीप डुमरी पुल के पास उत्पाद विभाग की टीम ने यह कार्रवाई की है। उत्पाद विभाग के इंस्पेक्टर शिवेंद्र कुमार ने बताया की टीम की तरफ से लगातार शराब धंधेबाज के खिलाफ करवाई की जा रही है।
मामले में सहायक उत्पाद आयुक्त विजय शेखर दुबे ने बताया कि डॉक्टर की क्लीनिक का बोर्ड और पानी प्लांट की आड़ में शराब का निर्माण किया जा रहा था। फिलहाल गोदाम को सील कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपित की निशानदेही पर आगे की कार्रवाई जारी है।